HIGHLIGHTS
- अब गरजेंगे बादल, मानसून की होगी झड़ीदार एंट्री।
- दिन का तापमान सामान्य से कम।
- न्यायधानी सहित प्रदेश में मानसून की दस्तक के संकेत मिल रहे हैं।
बिलासपुर। मौसम का मिजाज धीरे-धीरे बदल रहा है और बादलों की आहट तेज हो चुकी है। गुरुवार से मौसम में और बदलाव नजर आने की संभावना है। बिजली की चमक और गरजते बादल संकेत दे रहे हैं कि जल्द ही झड़ीदार वर्षा शुरू होगी। बिलासपुर में पिछले कुछ दिनों से मौसम में हलचल देखी जा रही है।
बादलों का जमावड़ा और बिजली की चमक इस बात का इशारा कर रहे हैं कि मानसून अब अपने चरम पर है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 24 से 48 घंटों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ वर्षा का क्रम प्रारंभ होगा। किसानों और स्थानीय निवासियों को सलाह दी गई है कि वे सावधान रहें और सुरक्षा के उपाय करें। बिजली की चमक और तेज हवाओं के चलते पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
दिन वर्षा (मिमी)
08 जून 32 12 जून 16 15 जून 12.5 18 जून 32 कुल 92.5
मानसून की प्रतीक्षा
बिलासपुर में बारिश का मौसम हमेशा से ही लोगों के लिए राहत भरा होता है, लेकिन इस बार मौसम विभाग लगातार चेतावनी जारी कर सतर्क कर रहा है, प्रशासन ने भी राहत कार्यों की तैयारी पूरी कर ली है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
प्रमुख शहरों का तापमान
शहर अधिकतम न्यूनतम बिलासपुर 36 24.8 पेंड्रारोड 33.2 23.6 अंबिकापुर 35.9 26.2 माना 37.6 24.5 जगदलपुर 34.8 24.8
अरब सागर से आ रही हवा
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तरी सीमा बीजापुर, सुकमा है। मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियों बनी हुई है, अगले दो से तीन दिनों में मानसून प्रदेश के कुछ और हिस्से में पहुंचने की संभावना है। अरब सागर से आने वाली पश्चिमी हवा की गहराई से बढ़ने की संभावना है, जिसके कारण प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि होने की संभावना है।
गरज-चमक के साथ वर्षा
एक उपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर 5.8 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में 20 जून को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है। अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है।