NEET Exam Row: ‘0.001% गलती है, तो भी मानिए और सुधारिए’, नीट विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का केंद्र और NTA को नोटिस
नीट परीक्षा (NEET Exam Row) में धांधली के आरोपों पर हंगामा जारी है। एक तरफ छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी लगातार सुनवाई हो रही है। राजनीति तेज है। कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी के नेता केंद्र सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
HIGHLIGHTS
- 4 जून को जारी हुआ था नीट का परिणाम
- उसके बाद से लगे धांधली के आरोप
- शक के घेरे में 67 टॉपर्स और ग्रेस मार्क्स
एजेंसी, नई दिल्ली (NEET Exam Row)। नीट परीक्षा विवाद पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सर्वोच्च अदालत ने केंद्र सरकार और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को नोटिस जारी करते हुए कहा कि यदि 0.001% भी गलती हुआ है, तो इसे मानिए और सुधारिए, क्योंकि यह युवाओं के भविष्य का सवाल है।
अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी ने बेंच ने एनटीए को फटकार लगाते हुए कहा कि छात्रों की शिकायत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस परीक्षा के लिए छात्र बहुत मेहनत करते हैं। उनकी मेहनत बेकार नहीं जाना चाहिए।
सुनवाई के दौरान जजों ने कहा, कल्पना करें कि यदि कोई व्यक्ति सिस्टम के साथ धोखाधड़ी करके डॉक्टर बन जाता है, तो वह समाज के लिए कितना खतरनाक है।
एनईईटी परीक्षा आयोजित करने वाली एनटीए में सुधार की जरूरत है। नीट परीक्षा के संचालन में अधिकारी अनियमितताओं के दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। – केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर साधा निशाना
सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी सामने आने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी। राहुल ने एक्स पर लिखा, NEET परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर भी नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह मौन धारण किए हुए हैं।
उन्होंने आगे लिखा, बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुई गिरफ्तारियों से साफ है कि परीक्षा में योजनाबद्ध तरीके से संगठित भ्रष्टाचार हुआ है और ये भाजपा शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर बन चुके हैं। हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख्त कानून बना कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की हमने गारंटी दी थी।