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Guruwar Ke Upay: गुरुवार को इन उपायों से बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, दूर होगी आर्थिक दिक्कतें

गुरुवार को कुछ उपाय करने से न सिर्फ कुंडली में गुरु मजबूत होता है, बल्कि आर्थिक संपन्नता भी बढ़ती है।

HIGHLIGHTS

  1. आर्थिक दिक्कत होने पर गुरुवार को करें उपाय
  2. आर्थिक समस्या से मिलता है छुटकारा
  3. व्यापार में भी मिलते हैं

Guruwar ke Upay धर्म डेस्क, इंदौर। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन श्रीहरि और बृहस्पति के पूजन का विधान है। मान्‍यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के पूजन से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और कई समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

सुख सौभाग्य, यश वैभव व कार्य संपन्नता का कारक भी माना जाता है, ऐसे में यदि आपका गुरु कमजोर है तो इस दिन पूजा जरूर करना चाहिए, इससे जातकों को लाभ मिलता है। साथ ही नौकरी में आ रही समस्याओं और आर्थिक दिक्कतों से भी छुटकारा मिलता है। आपको इस लेख में गुरुवार से जुड़े कुछ उपाय बताते हैं।
 

नौकरी में समस्या आने पर

अगर आपको नौकरी में दिक्कत आ रही है, पदोन्‍नति नहीं हो रही है अथवा अधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो गुरुवार को पीले रंग का वस्त्र में पीले फूल, नारियल, पीले फल, हल्दी और खड़ा नमक रखकर बांधकर एक पोटली बना लें और इसे मंदिर की सीढ़ियों पर रख दे और वापस घर लौट आएं। साथ ही भगवान विष्णु को भी पीले फूल चढ़ाएं।

व्यापार में दिक्कत होने पर

गुरुवार को पीले वस्त्र पहनकर मंदिर जाना चाहिए और हल्दी की माला चढ़ाना चाहिए। मान्‍यता है कि ऐसा करने से व्यापार में आ रही दिक्कतें दूर होती है और रूके कार्य भी पूरे होते हैं। इस दिन हल्दी का तिलक लगाना भी शुभ माना गया है।

बरकत न होने पर

अगर आपके घर में बरकत नहीं है तो गुरुवार को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए। केला, चना दाल और गुड़ का भोग लगाना भी शुभ रहता है। इस दौरान विष्णु सहस्रनाम का पाठ जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी की कृपा बनी रहती है।

गुरु ग्रह कमजोर होने पर

यदि आपकी कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर है तो पानी में हल्दी डालकर स्नान करें। ऐसा लगातार करने से आपको लाभ मिलेगा।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 

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