ड्रापआउट छात्रों की संख्या बढ़ने पर कलेक्‍टर ने प्राइवेट स्‍कूलों की ली क्‍लास, घर जाकर बच्‍चों से पढ़ाई छोड़ने का कारण पूछे अधिकारी"/>

ड्रापआउट छात्रों की संख्या बढ़ने पर कलेक्‍टर ने प्राइवेट स्‍कूलों की ली क्‍लास, घर जाकर बच्‍चों से पढ़ाई छोड़ने का कारण पूछे अधिकारी

अटल बिहारी वाजपेयी सभागृह, मेडिकल कालेज में शिक्षा के अधिकार कानून के तहत विद्यार्थियों और उनकी समस्याओं मुख्यत: ड्रापआउट को लेकर समीक्षा बैठक रखी गई। बैठक में कलेक्टर गौरव सिंह ने कहा कि जिले में ड्रापआउट छात्रों की संख्या बढ़ रही है।

रायपुर। अटल बिहारी वाजपेयी सभागृह, मेडिकल कालेज में शिक्षा के अधिकार कानून के तहत विद्यार्थियों और उनकी समस्याओं मुख्यत: ड्रापआउट को लेकर समीक्षा बैठक रखी गई। बैठक में कलेक्टर गौरव सिंह ने कहा कि जिले में ड्रापआउट छात्रों की संख्या बढ़ रही है।

अब हर उस बच्चे तक हमारी टीम जाएगी और बच्चे से पूछेगी कि उसने पढ़ाई क्यों छोड़ी है। साथ ही ड्रापआउट छात्रों के स्वजन से मिलकर इसका कारण जानने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ स्कूल नियम कानून में गड़बड़ी करते हैं। अब इस तरह के लोगों की पहचान की जाएगी। बच्चे बार-बार पढ़ाई क्यों छोड़ रहे हैं। ऐसे स्कूल की समीक्षा होगी।

उन्होंने बताया कि पांच-पांच स्कूल की समीक्षा होगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ विश्व दीपक, जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजीव गुप्ता समेत लगभग 100 नोडल प्रिंसिपल व जिले के निजी स्कूल संचालक उपस्थित रहे।

निजी स्कूल संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने जिला प्रशासन से कहा कि स्कूलों में बगैर टीसी हो रहे प्रवेश को रोकने का प्रयास किया जाए, जिससे ड्रापआउट का वास्तविक आंकड़े और शिक्षा के अधिकार कानून के तहत प्रवेशित विद्यार्थियों की मानिटरिंग की जा सके।

उन्होंने कहा कि जिले के आंकड़े और ड्रापआउट विद्यार्थियों के नाम की जानकारी उपलब्ध होने के बाद जिला प्रशासन प्रत्येक विद्यार्थी तक पहुंचकर उन्हें शिक्षा से वापस जोड़ेगा।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button