रायपुर में लगेगा चिल्ड्रन मार्केट, इंटरप्रिन्योशिप की भावना लाने बच्चे लगाएंगे दुकान, खुद के तैयार प्रोडक्ट की करेंगे बिक्री
HIGHLIGHTS
- – विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा और हुनर में आ रहा निखार
- – राजधानी समेत प्रदेश के स्कूलों में समर कैंप का हो रहा आयोजन
- – जेआर दानी कन्या स्कूल और सप्रे शाला में समर कैंप लगभग 15 विधाओं का दिया जा रहा प्रशिक्षण
रायपुर। Raipur News: कहीं दीवारों पर तो कहीं किताबों पर नन्हें हाथों से ड्राइंग करते बच्चे दिखाई दे रहे हैं। कोई गा रहा है तो कोई डांस कर रहा है तो कोई अभिनय कर रहा है। पत्तों से कलाकारी सब्जियों से चित्रकारी रंगीन चावल की कला मिट्टी से खिलौना निर्माण धागे से डिजाइन बनाना, मुखौटा निर्माण…। अलग-अलग भाव के साथ बच्चों के चेहरे पर विजय मुस्कान दिखाई दे रही है। यह नजारा है राज्य की स्कूलों का है।
गर्मी की छुट्टियों में पहली बार स्कूल शिक्षा विभाग ने समर कैंप का आयोजन करने कहा है और कुछ स्कूली बच्चों ने इसे शुरू कर दिया है। बच्चों में रचनात्मकता के लिए सकारात्मक व नवाचारी पहल की गई है। इनमें रायपुर, बस्तर, दुर्ग, बिलासपुर व सरगुजा संभाग तक बच्चे खुशनुमा माहौल में खेल-खेल में बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान सीखने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
चिल्ड्रन मार्केट में बिकेंगे बच्चों के तैयार उत्पाद और वस्तुएं
रायपुर के दो स्कूल जेआर दानी कन्या स्कूल और सप्रे शाला में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें स्पोकन इंग्लिश, कैलीग्राफी, रूबिक्स, साईस माडल, हैंडीक्राफ्ट, योगा एवं ध्यान, बेस्ट आउट आफ बेस्ट, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट, पेंटिग, बांसुरी वादन, नृत्य गायन, कठपुतली, मेहंदी, शतरंज, रोप स्कीपिंग, वालीबाल, खो-खो, फुटबाल जैसे अनेक विधाओं का प्रशिक्षण बच्चों को दिया जा रहा है। इस समर कैंप को लेकर बच्चों में भारी उत्साह है, काफी बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा भी ले रहे हैं।
कलेक्टर डा. गौरव कुमार सिंह ने शनिवार को समर कैंप 2024 का शुभारंभ करते हुए कहा कि जून में चिल्ड्रन मार्केट के माध्यम से समर कैंप से बच्चों द्वारा निर्मित वस्तुओं का विक्रय किया जाएगा। इसका उद्देश्य बच्चों में इंटरप्रिन्योशिप की भावना लाना और लोगों से सीधा संवाद करने की विधा में निपुर्णता लाना है। सुबह 7 से 10 बजे के मध्य स्कूल में जाकर बच्चे समर कैंप के लिए पंजीयन करा सकते हैं।
मनोरंजन के साथ स्वस्थ वातावरण है उद्देश्य
समर कैंप का उद्देश्य बच्चों का मनोरंजन के साथ स्वस्थ वातावरण में उनकी छिपी हुई प्रतिभा को उभारना और उनमें आत्मविश्वास को बढ़ावा देना है समर कैंप को सफल बनाने प्रतिदिन एक-एक कड़ी जोड़ी जा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत एनजीओ को जहां प्रदेश में स्वेच्छा से समर कैंप आयोजित करने कहा गया है वही खेल संघो और अन्य संस्थाओं को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है।
यह उल्लेखनीय है की समर कैंप बच्चों के एक साथ आने और मौज मस्ती करने का एक विशेष शिविर है। वे घर से दूर सुरक्षित वातावरण में नए साहसिक प्रयास करते हैं और नई चीज़ सीखते हैं। इस प्रकार उनमें स्वतंत्रता की भावना विकसित होती है और नए दोस्त भी बनाते हैं, मेल जोड़ बढ़ाते हैं। जिससे उनके सामाजिक कौशल और आत्मविश्वास का विकास होता है।
स्कूलों में इतने बजे चल रहे समर कैंप
ग्रीष्मकालीन अवकाश में समर कैंप का आयोजन सुबह 7:00 से 9:30 बजे तक आयोजित किया जा रहा है। यह कैंप पूर्णत: स्वैच्छिक है बच्चों के लिए यह बहुत अच्छा कार्यक्रम है।
लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक दिव्या उमेश मिश्रा ने कहा, सभी बच्चों में कुछ न कुछ प्रतिभा होती है। उनमें जो विशेष गुण है जिससे दूसरों को बहुत कुछ सीखा जा सकता है। बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने से उनका परिणाम भी बेहतर होता है। यही वजह है कि स्कूली बच्चों के लिए राज्य शासन के निर्देश पर समर कैंप का आयोजन कर रहे हैं।