Parshuram Jayanti 2024: सागर के डमरू व ओडिशा के घंटे की धुन पर आज झूमेंगे विप्रजन
शुक्रवार को अक्षय तृतीया पर समग्र ब्राम्हण समाज द्वारा अनेक आयोजन किए गए। कान्यकुब्ज भवन इमलीपारा में सभी विप्रों द्वारा सामूहिक रूप से भगवान परशुराम की पूजा अर्चना की गई और प्रसाद का वितरण किया गया।
HIGHLIGHTS
- भगवान परशुराम की निकलेगी शोभायात्रा
- कर्मा एवं पंथी नृत्य के साथ मनमोहक झांकियां भी
- राजकिशोर नगर में प्रतिमा का किया अनावरण
बिलासपुर। भगवान परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर शनिवार को शीतला माता मंदिर दयालबंद से समग्र ब्राम्हण समाज एवं परशु सेना की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। सागर के डमरू व ओडिशा के घंटे की धुन पर विप्रजन झूमेंगे। शोभायात्रा में कर्मा एवं पंथी नृत्य के साथ श्रीराम, मां काली, राधा कृष्ण, मशाने होली समेत अन्य आकर्षक झांकियां होंगी।
शुक्रवार को अक्षय तृतीया पर समग्र ब्राम्हण समाज द्वारा अनेक आयोजन किए गए। कान्यकुब्ज भवन इमलीपारा में सभी विप्रों द्वारा सामूहिक रूप से भगवान परशुराम की पूजा अर्चना की गई और प्रसाद का वितरण किया गया। इसके अलावा राजकिशोरनगर में स्थापित किए गए भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण और पूजा-अर्चना की गई। शाम को बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, विवेक वाजपेयी, विनय शर्मा, राजकुमार तिवारी, आदर्श दुबे, आशुतोष तिवारी, अंशुमान शर्मा, आशु पांडेय, सत्यशिव तिवारी, संध्या तिवारी, अरविंद दीक्षित, चंद्रप्रकाश वाजपेयी, जितेंद्र चौबे, टूटू मिश्रा, मनीष शर्मा, अमित शुक्ला, विवेक दुबे, ऋषभ शर्मा, मोहित मिश्रा समेत विप्रजन ने आरती कर पूजा-अर्चना की।
गौरवशाली विभूतियों का होगा सम्मान
शोभायात्रा 11 मई को शीतला माता मंदिर दयालबंद से शाम 4:30 बजे निकलेगी। यह शहर के मुख्य मार्गों गांधी चौक, जूना बिलासपुर, गोलबाज़ार, सदर बाज़ार, सिम्स चौक होते हुए पं.देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में समाप्त होगी। यहां धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें शांतिकुटी आश्रम से आचार्य रामभूषण महाराज धर्मसभा में उपस्थित रहेंगे। साथ ही भजन संध्या का भी आयोजन रखा गया है। इसमें ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम में विप्र समाज के मार्गदर्शक, प्रेरणास्त्रोत वरिष्ठ विप्रजन, प्रतिभाशाली युवाओं एवं समाज की गौरवशाली विभूतियों का सम्मान किया जाएगा।
पंजाब बैंड, मुंबई कार्निवाल होंगे आकर्षण का केंद्र
इस बार की शोभायात्रा में विशेष रूप से पंजाब का बैंड शामिल रहेगा। साथ ही सागर के प्रसिद्ध डमरू दल और ओडिशा का घंटा बाजा भी शोभायात्रा की शान बढ़ाएगा। इसके अलावा शोभायात्रा में छत्तीसगढ़ के स्थानीय कर्मा एवं पंथी नृत्य दल भी यात्रा की अगुवाई करेंगे। शोभायात्रा में पहली बार मुंबई कार्निवाल को शामिल किया गया है, जिसे धार्मिक रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। शोभायात्रा में श्रीराम, मां काली, राधा कृष्ण, मशाने होली समेत अन्य विभिन्न प्रकार की झांकियां शामिल रहेंगी।