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Somvati Amavasya 2024: कालसर्प दोष मुक्ति पाने के लिए सोमवती अमावस्या पर करें ये खास उपाय

HIGHLIGHTS

  1. अप्रैल माह में सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल 2024 सोमवार को पड़ रही है।
  2. यह दिन पितरों को समर्पित माना जाता है।
  3. इस दिन कुछ उपाय करने से समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

धर्म डेस्क, इंदौर। Somvati Amavasya 2024: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।वहीं, जो अमावस्या सोमवार को पड़ती है, उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। अमावस्या का दिन पितरों की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है। अप्रैल माह में सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल 2024 सोमवार को पड़ रही है। मान्यता है कि इस दौरान पितरों का तर्पण करने से उन्हें बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है। ज्योतिष शास्त्र में इस दिन को लेकर कई नियम और उपाय बताए गए हैं, जिन्हें हमें जरूर अपनाना चाहिए।

सोमवती अमावस्या तिथि और मुहूर्त

इस बार चैत्र मास की अमावस्या तिथि 8 अप्रैल 2024 दिन सोमवार को सुबह 3 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन इसी दिन 8 अप्रैल 2024 को रात 11 बजकर 50 मिनट पर होगा। पंचांग के अनुसार, सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल को ही मनाई जाएगी।

सोमवती अमावस्या पर करें ये उपाय

    • कारोबार से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद वहीं बैठकर भगवान विष्णु का ध्यान करें और उनके मंत्र “ओम नमो भगवते नारायणाय” का 108 बार जाप करें।
    • सोमवती अमावस्या के दिन चावलों को पकाकर उसमें चीनी मिलाएं। इसके बाद इसे गाय को खिला दें और गौ माता के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। इस उपाय को करने से आपको मानसिक तनाव से राहत मिलेगी।
    • जिन लोगों की कुंडली में काल सर्प दोष है, उन्हें सोमवती अमावस्या के दिन चांदी के नाग-नागिन की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। इसके बाद इन्हें शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए।
  • पैसों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अमावस्या तिथि के दिन आटे की गोलियां बनाकर किसी तालाब या नदी में जहां मछलियां हो वहां डालें। इससे धन संबंधी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 

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