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Budh Vakri 2024: बुधदेव मेष राशि में 2 अप्रैल को होंगे वक्री, राशि के अनुसार करें ये उपाय

HIGHLIGHTS

  1. वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को तार्किक सोच, बुद्धि आदि का कारक माना गया है।
  2. कुंडली में बुध देव को छठे और तीसरे भाव पर अधिकार प्राप्त है।
  3. बुध महाराज मेष राशि में वक्री होते हैं तो मिले जुले परिणाम देते हैं।

धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों-नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर फल की गणना की जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध ग्रह को राजकुमार ग्रह की संज्ञा की गई है और जब भी बुध ग्रह वक्री होते हैं तो इसका प्रभाव सभी राशियों पर होता है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, बुध ग्रह 02 अप्रैल 2024 की सुबह 03.18 बजे मेष राशि में वक्री होंगे। इसका प्रभाव सभी राशियों पर होगा।

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बुध ग्रह के वक्री होने का प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को तार्किक सोच, बुद्धि आदि का कारक माना गया है। कुंडली में बुध देव को छठे और तीसरे भाव पर अधिकार प्राप्त है। बुध महाराज मेष राशि में वक्री होते हैं तो मिले जुले परिणाम देते हैं। ऐसे में सभी 12 राशि वाले जातकों को बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए अपनी राशि के अनुसार ये उपाय जरूर करना चाहिए।

    • मेष राशि: विचारों की स्पष्टता के लिए हरे रंग का एवेन्टूराइन रत्न धारण करें।
    • वृषभ राशि: विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें।
    • मिथुन राशि: बुध ग्रह की शांति के लिए धार्मिक कार्यों से जुड़े। हरे रंग की वस्तु का दान करें।
    • कर्क राशि: बुध देव के बीज मंत्र “ॐ बुं बुधाय नमः” का जाप करें।
    • सिंह राशि: देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना करें।
    • कन्या राशि: रोज गायत्री मंत्र का जाप करें। विचारों में स्पष्टता और सकारात्मकता आएगी।
    • तुला राशि: भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें।
    • वृश्चिक राशि: प्रकृति, विशेष रूप से पेड़-पौधों से जुड़े रहें।
    • धनु राशि: ग्रीन जेड अपने पास रखना आपके लिए फलदायी रहेगा।
    • मकर राशि: जीवन में सफलता की प्राप्ति के लिए भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें।
    • कुंभ राशि: अपने विचारों पर ध्यान लगाएं।
    • मीन राशि : सुख-समृद्धि के लिए भगवान विष्णु या माता लक्ष्मी की पूजा करें।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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