कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह और बगावत पर सचिन पायलट की बड़े नेताओं को सख्त चेतावनी- रूठे हुए को मनाना होगा
HIGHLIGHTS
- नारी-न्याय गारंटी का फार्म भरवाएगी कांग्रेस
- रूठों को मनाने घर-घर जाएंगे वरिष्ठ नेता
राज्य ब्यूरो, रायपुर। Sachin Pilot in Raipur: बगावत, अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस पार्टी में रूठों को मनाने वरिष्ठ नेता उनके घर जाएंगे। साथ ही कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के पहले घरों-घरों महिलाओं से नारी-न्याय गारंटी का फार्म भरवाने की रणनीति बनाई है। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने राजीव भवन में पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक ली। उन्होंने बगावत व अंर्तकलह पर साफ कहा कि पार्टी के भीतर यह सब ठीक नहीं है। वरिष्ठ नेताओं को आगे आकर इसे रोकना होगा। रूठे हुए को मनाने से ही लोकसभा चुनाव में एकजुटता दिखेगी।
पायलट ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा-पत्र में शामिल सालाना एक लाख रुपये सहायता राशि नारी न्याय गारंटी का फार्म भी भराया जाएगा। पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए पायलट ने कहा कि सभी 11 लोकसभा क्षेत्रों में महिलाओं से नारी न्याय गारंटी का भराया जाएगा। कांग्रेस ने इस योजना के तहत महिलाओं को एक लाख रुपये सालाना देने का वादा किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर टिप्पणी से कांग्रेस के भीतर हलचल
गौरतलब है कि राजनांदगांव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर टिप्पणी से लेकर लेटर बम दो ऐसे मामले रहे, जिसने कांग्रेस के भीतर हलचल पैदा कर दी है। प्रदेश प्रभारी तक भी यह बात पहुंची। सचिन पायलट ने पार्टी के खास लोगों से पूरे मामले को समझा, जिसके बाद उन्होंने पदाधिकारियों को कहा कि खुले मंचों पर कार्यकर्ताओं को इस तरह बयान पार्टी की छवि के लिए ठीक नहीं है। इसे रोकना होगा।
घोषणा-पत्र को लोगों तक पहुंचाए
पायलट ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा-पत्र को लोगों तक पहुंचाना होगा। प्रदेश प्रभारी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज एवं नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत सहित पीसीसी के पदाधिकारी बैठक में शामिल हुए। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने 11 लोकसभा क्षेत्रों के समन्वयकों की बैठक ली। इन बैठकों में लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी की चुनावी रणनीति पर विचार विमर्श किया गया।
उन्होंने कहा कि हमें मोदी सरकार के 10 वर्ष के वादाखिलाफी के साथ कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए युवा, महिला, किसान, श्रमिक और अन्य वंचित वर्गो के लिए जो न्याय की घोषणा किया है उसको जनता के बीच ले जाना है।