CG News: गोवंशों की तस्करी के छह आरोपित गिरफ्तार, कंटेनर में भरकर ले जा रहे थे हैदराबाद
HIGHLIGHTS
- 83 में से 11 की हो गई थी मौत, आमानाका थाना क्षेत्र का मामला
- तस्करी से जुड़े अन्य आरोपितों की पतासाजी में टीम जुटी
रायपुर, (नईदुनिया प्रतिनिधि)। गोवंशों की तस्करी के मामले में पुलिस ने दो अंतरराज्यीय सहित कुल छह गो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मामले का राजफाश करते हुए बताया कि इनका नेटवर्क छत्तीसगढ़, ओडिशा से लेकर तेलंगाना तक फैला हुआ है। कंटेनर में भरकर हैदराबाद तस्करी कर रहे थे। आरोपित दो वर्ष से काम कर रहे थे।
गौ तस्करी करने वाले आरोपित रायपुर निवासी सानू कुरैशी, आमीर रजा, हैदराबाद निवासी इब्राहिम कुरैशी, उत्तर प्रदेश निवासी शाहनवाज, धमतरी निवासी ओंकार कुर्रे और मंदिर हसौद निवासी खेमचंद कुर्रे को गिरफ्तार किया है। मवेशियों को एक बंद कंटेनर में ले जाया जा रहा था। इसमें 83 गोवंश थे, जब उन्हें बाहर निकाला गया तो 11 की मौत हो चुकी थी। शुक्रवार को एएसपी लखन पटले ने मामले कर राजफाश किया।
ट्रक में लगाए थे दो नंबर प्लेट
तस्कर पुलिस को चकमा देने ट्रक में दो तरह के नंबरों का इस्तेमाल किया था। कंटेनर के आगे में ओरिजनल नंबर प्लेट और पीछे फर्जी नंबर प्लेट थी। मवेशी से लोड कंटेनर जिन रास्तों से होकर गुजरी थी, उन स्थानों से सीसीटीवी फुटेज निकालने के साथ टोल प्लाजा में फास्टैग डिटेल हासिल किया। वहीं मवेशी पालकों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले आरंग निवासी खेमराज साहू को पकड़ा और उससे पूछताछ की, तो उसने मवेशी मंदिर हसौद निवासी खेमचंद्र को बेचना बताया।
खेमचंद्र ने धमरती निवासी ओंकार को गोवंशों को बेचे जाने की जानकारी दी। खेमचंद्र और ओंकार रायपुर निवासी सानू और अमीर राजा के माध्यम से हैदराबाद के गौ तस्करों को संपर्क में आए और उनके लिए स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों से कम कीमत पर खरीद कर तस्करी के माध्यम से भेजते थे। दोनों ने छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से 53 गोवंशों को खरीदा था। सभी को ओडिशा बाजार लेकर गए थे।
ओडिशा में लगता है बाजार
छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा में वृहद स्तर पर गोवंशों की खरीदी बिक्री करने बाजार लगता है। यहां तस्कर मवेशी तस्कर अपने बिचौलियों के माध्यम से ग्रामीण इलाकों से गोवंशों खरीदते हैं, इसके बाद जहां बाजार लगता है, वहां उन मवेशियों को ले जाकर एकत्र करते हैं। इसके बाद बोली लगाकर मवेशियों को खरीदते हैं।
ओडिशा से गिरफ्तार किए गए आरोपित
पुलिस हैदराबाद के तस्करों का लोकेशन ट्रेस कर रही थी, तब उन दोनों का लोकेशन ओडिशा के नौरंगपुर में मिला। पुलिस ने नौरंगपुर से गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ की तो उन लोगों ने बताया कि तस्करी कर ले जाए जा रहे गोवंशों को उन लोगों ने महासमुंद स्थित भटूंडा मवेशी बाजार से फर्जी बोली लगाकर खरीदी किया है।
कंटेनर के आगे पायलेटिंग
तस्कर किसी भी अनहोनी से निपटने मवेशी तस्करी करते समय दो पायलेटिंग गाड़ी रखे थे। एक गाड़ी कंटेनर के पीछे दूसरी आगे चल रही थी। पुलिस की चेकिंग देखकर वह उसे रोक देते थे।