Chhattisgarh: मरीजों के लिए बड़े बदलाव, अब एक काल पर बनेगा ग्रीन कारीडोर, इलाज के दौरान मरीजों की मौत का होगा डेथ आडिट"/>

Chhattisgarh: मरीजों के लिए बड़े बदलाव, अब एक काल पर बनेगा ग्रीन कारीडोर, इलाज के दौरान मरीजों की मौत का होगा डेथ आडिट

HIGHLIGHTS

  1. संभागायुक्त डा. अलंग ने की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा, बेहतर सेवाओं के दिए निर्देश
  2. एक फोन काल पर ग्रीन कारीडोर बनाने प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली

राज्य ब्यूरो, रायपुर। Chhattisgarh News: एक फोन काल पर ग्रीन कारीडोर बनाने प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति या अस्पताल ग्रीन कारीडोर बनाने पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नंबर 94791-91099 या उप पुलिस अधीक्षक यातायात के शासकीय नंबर 94791-91018 पर काल करके सुविधा ले सकते हैं।

पिछले एक वर्ष में प्रशासन ने 57 बार ग्रीन कारीडोर बनाकर गंभीर मरीजों को इलाज और अंगों के प्रत्यारोपण के लिए दूसरे शहरों में मरीजों को निर्धारित समयसीमा से पहले पहुंचाया है। रायपुर संभागायुक्त डा. संजय अलंग को यह जानकारी यातायात पुलिस के उप अधीक्षक गुरजीत सिंह ने दी है।

इलाज के दौरान मरीजों की मौत का डेथ आडिट

उप अधीक्षक ने बताया कि दुर्ग से लेकर रायपुर तक ग्रीन कारीडोर के लिए समर्पित आठ हाइवे पेट्रोलिंग टीम हमेशा तैनात रहती है। संभागायुक्त ने संभाग के सभी जिला अस्पतालों सहित मेडिकल कालेज अस्पतालों में इलाज के दौरान मरीजों की मौत का डेथ आडिट कराने के निर्देश दिए हैं।

संभागायुक्त ने गंभीर मरीजों को समय पर बड़े अस्पतालों को रेफर करने को कहा ताकि समय पर इलाज मिल सके। संभागायुक्त स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में महासमुंद और रायपुर मेडिकल कालेजों के डीन, रायपुर एवं महासमुंद शासकीय अस्पतालों के अधीक्षक सहित मेडिकल सर्विस कारपोरेशन के कार्यपालन यंत्री, ब्लड बैंक के प्रभारी और यातायात पुलिस के उप पुलिस अधीक्षक मौजूद थे।

निर्माण कार्यों को समयसीमा में करें पूरा

बैठक में डा. अलंग ने मेडिकल कालेजों में आपरेशन थियेटरों की व्यवस्था, सर्जिकल उपकरणों के साथ-साथ होने वाले आपरेशनों और विशेषज्ञ सर्जन, डाक्टरों की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने आपरेशन थियेटरों को संक्रमण मुक्त रखने जरूरी व्यवस्थाएं और दवाएं-रसायन आदि की पर्याप्त मात्रा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। संभागायुक्त ने अस्पतालों में विभागवार मरीजों की भर्ती, संस्थागत प्रसव, दिन एवं रात में सामान्य एवं सिजेरियन प्रसवों का पूरा रिकार्ड रखने तथा संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के प्रयास करने के निर्देश दिए। संभागायुक्त ने चिकित्सा अधोसंरचना विस्तार के शुरू हो चुके निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयसीमा में पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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