Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ में मैराथन बैठक के बाद चुनावी मोड पर आई भाजपा, कई सीटों पर बदल सकते हैं चेहरे"/>

Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ में मैराथन बैठक के बाद चुनावी मोड पर आई भाजपा, कई सीटों पर बदल सकते हैं चेहरे

रायपुर (राज्य ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव में आधी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों का चेहरा चौंकाने वाला हो सकता है। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए विधानसभा चुनाव में अपनाई गई रणनीति ही दोहराने की तैयारी में है। प्रदेश कांग्रेस की शनिवार को संपन्न हुई दो दिवसीय मैराथन बैठक के बाद भाजपा भी चुनावी मोड पर आ चुकी है। भाजपा ने पहले ही साफ कर दिया है कि पार्टी विधानसभा की तर्ज पर ही प्रत्याशियों की सूची पहले जारी कर देगी। लोकसभा में जिताऊ, युवा के साथ अनुभवी व योग्य उम्मीदवारों को ही प्रत्याशी बनाया जाएगा। 11 लोकसभा सीटों को क्लस्टर में विभाजित करने के बाद प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा तेज हो चुकी है।

भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी ने बताया कि इस बार पार्टी पांच से छह सीटों पर नए प्रत्याशियों को मौका दे सकती है। प्रत्याशियों में युवा और अनुभवी दोनों का मेल देखने को मिलेगा। कुछ सीटों पर प्रत्याशियों को दोबारा मौका दिया जा सकता है,लेकिन यह तय है कि 50 प्रतिशत सीटों पर चेहरे बदले जाएंगे। आदिवासी सीटों के साथ ओबीसी और सामान्य वर्ग में नए प्रत्याशियों पर दांव खेला जा सकता है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने प्रत्याशियों को लेकर अंदरुनी सर्वे भी शुरू कर दिया है। टिकट की आधिकारिक घोषणा तक अलग-अलग सर्वे रिपोर्ट को ध्यान में रखा जाएगा।

जिताऊ और योग्य प्रत्याशियों को उतारेंगे : अरुण साव

राजधानी के कृषि विश्वविद्यालय स्थित विश्राम गृह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। भाजपा हमेशा नए चेहरों को मौका देती है। पार्टी जीतने योग्य प्रत्याशियों को चुनाव के मैदान में उतारेगी। विधानसभा चुनाव की मतगणना समाप्त होने के बाद से ही भाजपा ने लोकसभा की तैयारियां शुरू कर दी थी। लोकसभा के लिए क्लस्टर बनाए गए हैं, जिसमें प्रभारी व सह-प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। जल्द ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा क्लस्टर के कार्यों की समीक्षा करेंगे। शराब और कोयले घोटाले के मामले पर पूर्ववर्ती सरकार के पूर्व मंत्री व बड़े नेताओं पर ईडी की एफआइआर के मामले पर साव ने कहा कि यह कानूनी प्रक्रिया है। विस्तृत जांच के बाद केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई की है।

मतांतरण रोकने के लिए कानून बनाने के संकेत

मीडिया से चर्चा के दौरान साव ने मतांतरण रोकने के लिए ठोस कानून बनाए जाने के संकेत दिए। प्रदेश के कई जिलों में मतांतरण के मामलों पर उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार हर वह उपाय करेगी, जिससे मतांतरण रुक सके। छत्तीसगढ़ की सभ्यता, संस्कृति पर किसी तरह का विपरीत प्रभाव न पड़े। इसका ख्याल रखा जाएगा। मतांतरण रोकने सरकार सभी संभव प्रयास करेगी। कानून पर भी विचार किया जा रहा है।

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