Chhattisgarh News: दूसरों को बचाने के लिए लगा दी अपनी जान की बाजी, छत्तीसगढ़ के चार बच्चों को मिलेगा राज्य वीरता पुरस्कार"/> Chhattisgarh News: दूसरों को बचाने के लिए लगा दी अपनी जान की बाजी, छत्तीसगढ़ के चार बच्चों को मिलेगा राज्य वीरता पुरस्कार"/>

Chhattisgarh News: दूसरों को बचाने के लिए लगा दी अपनी जान की बाजी, छत्तीसगढ़ के चार बच्चों को मिलेगा राज्य वीरता पुरस्कार

रायपुर(राज्य ब्यूरो)। राज्य सरकार ने प्रदेश के चार साहसी बच्चों को राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया है। इनमें सरगुजा के मास्टर अरनव सिंह पिता सुरेश कुमार सिंह, दुर्ग के मास्टर ओम उपाध्याय पिता नीरज उपाध्याय, रायपुर के मास्टर प्रेमचंद साहू पिता सुकदेव साहू और मास्टर लोकेश कुमार साहू पिता सुखनंदन साहू शामिल हैं। राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित बालकों को 25 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।

बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सोमवार को नवीन विश्राम गृह अटल नगर नवा रायपुर में राज्य वीरता पुरस्कार वर्ष 2023-24 के लिए पात्र बालक-बालिकाओं के चयन के लिए गठित जूरी (निर्णायक मंडल) की बैठक ली। इस अवसर पर प्रतापपुर विधायक शकुंतला सिंह पोर्ते, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव शम्मी आबिदी, एआइजी एमएल कोटवानी, महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक तुलिका प्रजापति उपस्थित थीं।

मंत्री राजवाड़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश के बच्चों को उनकी विशेष वीरता, साहस एवं बुद्धिमत्ता के लिए राज्य वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाता है। आगामी 26 जनवरी को यह पुरस्कार बालक-बालिकाओं को प्रदान किया जाएगा। निर्णायक मंडल द्वारा प्राप्त प्रस्तावों और परीक्षण के उपरांत सर्वसम्मति से चार बालकों को राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयन किया गया है।

इसलिए मिला पुरस्कार

अरनव ने आग से बचाया: 16 वर्षीय मास्टर अरनव सिंह कक्षा 11 में अध्ययनरत हैं। उन्होंने डंपिंग यार्ड में लगी भीषण आग से सो रहे तीन व्यक्तियों और चौकीदार को जगाकर बचाने का साहसिक कार्य किया है।
 
ओम ने कुत्तों के काटने से बचाया : 16 वर्षीय मास्टर ओम उपाध्याय कक्षा 10वीं में अध्ययनरत हैं। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए कुत्ते से लड़ते हुए बच्चों को बचाया है।
 
प्रेमचंद्र और लोकेश ने डूबने से बचाया: नौ वर्षीय मास्टर प्रेमचंद साहू कक्षा चौथी में अध्ययनरत हैं और 13 वर्षीय लोकेश कुमार साहू कक्षा 7वीं में अध्ययनरत हैं, उन्होंने चंपारण में पानी में डूबते हुए बच्चे को बचाने का साहसिक कार्य किया है।

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