AR Rahman Birthday: पहली ही फिल्म में एआर रहमान ने जीत लिया था नेशनल अवाॅर्ड, हाॅलीवुड को भी दिया बेहतरीन म्यूजिक
HIGHLIGHTS
- एआर रहमान का जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ था।
- उन्होंने अपने संगीत की शुरुआत मणि रत्नम की फिल्म रोजा से की थी।
- पहली ही फिल्म से उन्होंने नेशनल अवॉर्ड जीत लिया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। AR Rahman Birthday: इंडस्ट्री के बेहतरीन सिंगर एआर रहमान एक ऐसे संगीतकार हैं, जो अपने गानों के दम पर किसी भी फिल्म को सुपरहिट बना सकते हैं। एआर रहमान ने अपने शानदार गानों से सभी का दिल जीता है। उन्होंने फिल्मी दुनिया में अलग ही छाप छोड़ी है। रहमान ने फिल्म रोजा, बाॅम्बे, ताल, जोधा अकबर, रंग दे बसंती, स्वदेश, रॉकस्टार जैसी फिल्मों को संगीत दिया है। उन्होंने अपने करियर में जितने भी गाने फिल्मों को दिए, अधिकतर हिट साबित हुए हैं। आज यानी 6 जनवरी 2023 को रहमान अपना 57वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास दिन पर हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से बताने जा रहे हैं।
23 की उम्र में कबूल किया इस्लाम
एआर रहमान का जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ था। उनका असली नाम दिलीप था। 23 साल की उम्र में उन्होंने इस्लाम कबूल किया और अपना नाम अल्लाह रखा रहमान यानी की एआर रहमान रख लिया। इसका फैसला उन्होंने एक गुरु कादरी इस्लाम से मिलने के बाद किया।
उन्होंने अपने संगीत की शुरुआत मणि रत्नम की फिल्म रोजा से की थी। इस फिल्म में मणि रत्नम ने बेहतरीन संगीतकार इलैयाराजा की जगह रहमान को चुना था। इसके लिए उन्हें 25 हजार रुपये की फीस मिली थी। इतना ही नहीं, पहली ही फिल्म से उन्होंने नेशनल अवॉर्ड जीत लिया था।
एक साथ बजाए थे चार कीबोर्ड
बता दें कि ए आर रहमान के नाम मार्खम (ओंटारियो, कनाडा) में एक स्ट्रीट भी है। इस स्ट्रीट का नाम अल्लाह रखा रहमान स्ट्रीट नाम दिया गया है, जिसका उद्घाटन साल 2017 में किया गया था। एयरटेल का सिग्नेचर ट्यून भी रहमान ने कंपोज किया था। ए आर रहमान का म्यूजिक लोगों ने खूब पसंद किया है। इतना ही नहीं, वे कीबोर्ड बजाने में भी काफी माहिर हैं।
एक बार उन्होंने एक ही वक्त पर 4 कीबोर्ड बजाए थे, जिसे देख सभी हैरान रह गए थे। अपने संगीत से रहमान अब तक छह राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं। पांच अवाॅर्ड उन्हें बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन और एक बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर के लिए मिला है।
जीत चुके हैं 6 नेशनल अवॉर्ड
रहमान को पहला अवाॅर्ड 1992 में रोजा फिल्म के लिए, दूसरा 1996 में तमिल फिल्म मीनसारा कनावु, तीसरा 2001 में लगान, चौथा 2002 में तमिल फिल्म Kannathil Muthamittal और पांचवां अवाॅर्ड 2017 में तमिल फिल्म Kaatru Veliyidai के लिए मिला था।