मंत्री नेताम ने पिछड़ी जनजातियों के विकास पर दिया जोर, बोले- आश्रम-छात्रावास परिसर में बनेगा जिम
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। Chhattisgarh News: आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विभाग की समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लिया गया साथ ही पिछड़ी जनजातियों के विकास पर विस्तृत चर्चा हुई। विभागीय मंत्री रामविचार नेताम ने नवा रायपुर स्थित राष्ट्रीय ट्राइवल रिसर्च इंस्टीट्यूट के सभा कक्ष में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
संरक्षित जनजातियों के विकास के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने पर दिया जोर
नेताम ने छात्र-छात्राओं के स्वस्थ तन, स्वस्थ मन की दृष्टिकोण से आश्रम-छात्रवास परिसर में जिम स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक के दौरान सचिव डीडी सिंह, संचालक शम्मी आबिदी सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री नेताम ने राज्य के संरक्षित जनजातियां बैगा, कमार, बिरहोर, पहाड़ी कोरवा, पंडो, अबूझमाड़ के विकास के लिए भी ठोस कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि बस्तर और सरगुजा संभाग के विभिन्न क्षेत्रों के वन अधिकार पत्रों के संबंध में शिकायतें मिल रही है। पात्र लोगों को वन अधिकार पत्र मिले, इसके लिए नियम प्रक्रियाओं की जानकारी संबंधित ब्रोशर और पम्पलेट, जिला स्तर, ब्लाक स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर वितरण व चस्पा किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
समीक्षा बैठक में यह निर्णय भी
– विभाग के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए राशि की कोई कमी नहीं होगी।
– राज्य सरकार द्वारा हरसंभव मदद कर छात्रों को आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा।
– राज्य के छात्र-छात्राएं जो दिल्ली में स्थित यूथ हास्टल में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे हैं। उसके लिए सीटों की संख्या में वृद्धि करने की दिशा में कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
– आवश्यकता अनुरूप कोचिंग सेंटर के आसपास नई हास्टल बनाने पर भी कार्ययोजना तैयार किया जाएगा।
– बिलासपुर में सिविल सेवा स्पर्धा परीक्षा केंद्र खोलने के निर्देश।