Train Cancel: ट्रेनों के रद होने से बस संचालक यात्रियों के जेबों पर डाल रहे डकैती, वसूल रहे मनमाना किराया
HIGHLIGHTS
- मप्र, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र जाने वालों की मजबूरी का उठा रहे फायदा
- ट्रेनों के रद होने से बस संचालकों ने 500 से 600 रुपये तक बढ़ाया किराया
- यात्रियों और बस संचालकों के बीच आए दिन बन रही विवाद की स्थिति
रायपुर। Train Cancel in Chhattsgarh: पिछले एक महीने में छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाले लगभग 50 ट्रेनों के रद होने का फायदा बस संचालक मनमाना किराया वसूल कर उठा रहे हैं। वे रायपुर से मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार और महाराष्ट्र की ओर जाने वाले यात्रियों से 500 से 600 रुपये तक अधिक किराया वसूल रहे हैं। इसके चलते आए दिन यात्रियों और बस संचालकों के बीच विवाद की स्थिति बन रही है।
यात्रियों के अनुसार रायपुर से इंदौर का अधिकतम किराया 1,700 रुपये है, जबकि बस एजेंट और परिचालक 2,300 रुपये तक ले रहे हैं। गढ़वा (झारखंड) का 1,100 रुपये की जगह 1,500 रुपये और पुणे का 1,500 की जगह 2,000 रुपये किराया लिया जा रहा है।
इसी तरह से अंबिकापुर का 700 रुपये के स्थान पर 1,000 रुपये और अंबिकापुर से पटना का 500 के स्थान पर 800 रुपये वसूला जा रहा है। रायपुर से अन्य राज्यों के लिए 15 सौ से अधिक बसें चलती हैं। ट्रैक की मरम्मत समेत रेलवे से जुड़े अन्य कार्यों के चलते रेल मंत्रालय ने ट्रेनें रद की हैं। ऐसे में लोगों के सामने लंबी दूरी की यात्रा के लिए एकमात्र विकल्प बस ही बचा है।
बसों में किराया सूची ही गायब
यात्रियों की लगातार मिल रहीं शिकायतों पर नईदुनिया की टीम ने भाठागांव बस टर्मिनल पहुंचकर जब इसकी पड़ताल की तो पाया कि अधिकांश बसों में परिवहन विभाग की ओर से निर्धारित किराये की सूची ही चस्पा नहीं की गई है। यात्रियों को मजबूरन जितना मांगा जाता है, उतना किराया देना पड़ रहा है।
रास्ते में उतारने की धमकी
यात्रियों का आरोप है कि किराए को लेकर सवाल करने पर बस के परिचालक बीच रास्ते में ही उतार देने की धमकी देने लगते हैं। वहीं स्वजन के साथ यात्रा करने के कारण यात्री किसी भी प्रकार के विवाद से बचने के लिए बिना विरोध किए अधिक किराया देने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के अध्यक्ष सैय्यद अनवर ने कहा, अधिक किराया वसूलने वाले बस संचालकों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे भी शिकायत मिली है कि कुछ बस एजेंट, कंडेक्टर यात्रियों से टिकट के अधिक पैसे ले रहे हैं। पता करवाकर इसकी जानकारी परिवहन विभाग के अधिकारियों को देता हूं।
रायपुर के आरटीओ कीर्तिमान सिंह राठौर का कहना है, निर्धारित किराये से अधिक पैसे बस संचालक नहीं ले सकते। अगर ऐसा कर रहे है तो फ्लाइंग स्क्वाड की टीम भेजकर जांच करवाता हूं। शिकायत सही मिलने पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
यात्रियों ने क्या कहा
आकाश मिश्रा ने इंदौर जाने के लिए बस का टिकट बुक कराया तो एजेंट ने 23 सौ रुपये मांगे। उन्होंने जब पिछली बार का 17 सौ रुपये वाला टिकट दिखाया तो एजेंट ने दो टूक कह दिया कि अब बढ़ गया है। इससे कम नहीं हो पाएगा। आकाश को मजबूरन 23 सौ रुपये देना पड़ा।
रायपुर से अंबिकापुर जा रहीं श्वाति प्रिया ने बस का टिकट लिया तो एजेंट ने 700 रुपये की जगह एक हजार रुपये देने को कहा। मना करने पर वह विवाद करने लगा। अकेली होने के कारण उन्होंने विवाद से बचना ही उचित समझा। उन्होंने पूरे पैसे दिए तभी सीट मिल पाई।
रायपुर से पुणे जा रहीं महिमा चौधरी से निर्धारित किराया 15 सौ रुपये की जगह दो हजार रुपये मांगे गए। आपत्ति जताने पर एजेंट बहसबाजी करने लगा और बोला कि जाना है तो जाइए, पैसे कम नहीं होगे। अन्य कोई बस नहीं होने के कारण विवश होकर उन्हें अधिक पैसे देने पड़े।
रायपुर से दूसरे स्थानों का ऐसे वसूल रहे किराया
इंदौर: 1,700 की जगह 2,300 रुपये l
गढ़वा: 1,100 की जगह 1,500 रुपये l
पुणे: 1,500 की जगह 2,000 रुपये l
अंबिकापुर: 700 की जगह 1,000 रुपये l
अंबिकापुर से पटना: 500 की जगह 800 रुपये