रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेशभर में कड़ाके की ठंड दिसंबर के पहले सप्ताह से शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। दो दिन न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। उत्तर दिशा से आ रही ठंडी हवा से सरगुजा संभाग में पिछले एक हफ्ते से लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। अंबिकापुर में रविवार को इस सीजन में पहली बार पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया।
अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। छत्तीसगढ़ के शिमला कहे जाने वाले मैनपाट और बलरामपुर जिले के सामरी पाट इलाके में भी ठंड के तीखे तेवर हैं। लोगों को ठंड से राहत पाने अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने सोमवार को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना जताई है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से दो दिनों में न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। नवंबर बीतने को है और अच्छी ठंड शुरू नहीं हो सकी है। ग्रामीण क्षेत्रों और आउटर में ही ठंड का प्रभाव ज्यादा है।
विज्ञानियों ने रायपुर में सोमवार की सुबह कुहासा रहने तथा बाद में आकाश साफ रहने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात एवं उत्तरी छत्तीसगढ़ में 27 व 28 नवंबर को आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। इस दौरान एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की संभावना है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि हवा की दिशा पूर्ववर्ती बनी रहेगी और नमी की मात्रा बढ़ेगी।
रायपुर का न्यूनतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस
प्रदेशभर में अंबिकापुर सबसे ठंडा रहा। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। रायपुर में न्यूनतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। वहीं, दुर्ग का अधिकतम तापमान 31.2 तथा न्यूनतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मौसम का मिजाज आने वाले दो दिन ऐसे ही बने रहने की उम्मीद है।