Raipur News: पीएमश्री के दूसरे चरण में सिर्फ 10 स्कूलों का चयन, यूडाइस कोड बना बाधा
HIGHLIGHTS
- प्रथम चरण में चयनित 211 स्कूलों को तीन दिसंबर के बाद जारी की जाएगी प्रथम चरण की राशि।
- इन स्कूलों में शिक्षा सत्र 2023-24 से ही विद्यार्थियों को उत्कृष्ट सुविधाएं मिलेंगी।
- पीएमश्री योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के पुराने स्कूलों को अपग्रेड करके स्मार्ट और आधुनिक स्कूल में बदलना है।
रायपुर (नईदुनिा प्रतिनिधि)। प्रधानमंत्री स्कूल फार राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना के तहत दूसरे चरण के लिए सिर्फ 10 स्कूलों का चयन किया गया है। समग्र शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों का चयन कर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा दिया गया है। पीएमश्री योजना के तय मापदंड के अनुसार प्रदेश में सिर्फ 10 स्कूल ही मिले हैं।
पीएमश्री में शामिल करने के लिए पहली से 10वीं कक्षा अथवा 12वीं तक के स्कूलों को प्राथमिकता दी जा रही है। इन यूडाइस के स्कूल प्रदेश में कम हैं। जो हैं भी वे पहले से राज्य सरकार की तरफ से संचालित स्वामी आत्मानंद योजना में शामिल कर लिए गए हैं।
211 स्कूलों का चयन किया गया था।
पीएमश्री योजना के तहत प्रथम चरण में प्रदेश के 211 स्कूलों का चयन किया गया था। इनमें सबसे ज्यादा 193 प्राइमरी स्कूल हैं। इन स्कूलों में शिक्षा सत्र 2023-24 से ही विद्यार्थियों को उत्कृष्ट सुविधाएं मिलेंगी। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने चुनिंदा 228 स्कूलों को पीएमश्री योजना में शामिल करने के लिए दावेदारी की थी, मगर इनमें 17 स्कूलों का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है। इन स्कूलों में प्रति कक्षा मानक के हिसाब से यदि 40 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है तो करीब 50 हजार हजार विद्यार्थियों को दाखिला मिलेगा। यहां अध्ययन-अध्यापन की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
पीएमश्री स्कूलों के विकास के लिए मिल चुकी है राशि
पीएमश्री स्कूलों के डेवलपमेंट के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से राशि की प्रथम किस्त मिल चुकी है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लगी हुई है। आचार संहिता हटने के बाद यानी तीन दिसंबर के बाद इन स्कूलों को प्रथम किस्त जारी की जाएगी। पीएमश्री योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के पुराने स्कूलों को अपग्रेड करके स्मार्ट और आधुनिक स्कूल में बदलना है। इसी तरह पीएमश्री स्कूल को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें सौर पैनल और एलईडी लाइट, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त, जल संरक्षण और संचयन पर्यावरण की सुरक्षा से संबंधित परंपराओं को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही यहां स्मार्ट क्लास, लैब, डिजिटल लाइब्रेरी और खेल सुविधाओं जैसे आधुनिक संसाधन भी होंगे।
यूडाइस कोड की दिक्कत
पीएमश्री योजना में स्कूलों का चयन यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फार्मेशन सिस्टम फार एजुकेशन प्लस (यूडाइस) कोड के हिसाब से होता है। हर स्कूल का एक यूडाइस कोड होता है। राज्य में पहली से पांचवीं, छठवीं से आठवीं और 9वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूलों का अलग-अलग यूडाइस कोड है। कक्षा एक से 12वीं और छठवीं से 12वीं यूडाइस के ज्यादा स्कूल नहीं होने के कारण पीएमश्री में चयनित नहीं हो पाए हैं। पीएमश्री योजना में शामिल सभी स्कूलों के नाम से पहले भी पीएमश्री लगेगा। कुछ स्कूलों में पीएमश्री लिखा जा चुका है। फिलहाल 2027 तक के लिए यह योजना लागू होगी। राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से स्कूलों को विकसित किया जा रहा है।
शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू
समग्र शिक्षा विभाग पीएमश्री स्कूलों के शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। शिक्षकों को पीएमश्री के तहत होने वाले बदलावों के बारे में जानकारी दी जा रही है। शिक्षकों से स्कूलों में जरूरी मूलभूत आवश्यकताओं की जानकारी भी जुटाई जा रही है। प्रथम किस्त की राशि से होने वाले कार्यों के बारे में भी बताया जा रहा है।