Bhupesh Baghel Special Interview : ‘प्रदेश में कर्ज माफी और धान से बड़ा कोई मुद्दा नहीं’, नईदुनिया से बातचीत में बोले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल"/> Bhupesh Baghel Special Interview : ‘प्रदेश में कर्ज माफी और धान से बड़ा कोई मुद्दा नहीं’, नईदुनिया से बातचीत में बोले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल"/>

Bhupesh Baghel Special Interview : ‘प्रदेश में कर्ज माफी और धान से बड़ा कोई मुद्दा नहीं’, नईदुनिया से बातचीत में बोले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

HIGHLIGHTS

  1. जनता को मुद्दों से भटकाने के लिए ही ईडी का उपयोग किया जा रहा है : भूपेश बघेल
  2. ‘पांच वर्षों में 16 हजार करोड़ रुपये की सड़कें और पुल-पुलियों का निर्माण हुआ’
  3. ‘षड्यंत्र करो और फंसाओ की रणनीति पर काम कर रही भाजपा’
रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईडी की कार्रवाई और मुद्दों की लड़ाई पर आक्रमकता बढ़ाते जा रहे हैं। हर वार पर पलटवार करने के लिए खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। मंगलवार को चुनावी दौरे पर निकलने के पहले नईदुनिया के साथ साक्षात्कार में उनका स्पष्ट मत था कि जनता को मुद्दों से भटकाने के लिए ही ईडी का उपयोग किया जा रहा है। उनके अनुसार कर्जमाफी, धान खरीदी और केजी से लेकर पीजी तक निश्शुल्क शिक्षा से बड़ा कोई मुद्दा नहीं है। प्रस्तुत है संपादकीय प्रभारी सतीश चंद्र श्रीवास्तव और राज्य ब्यूरो के संदीप तिवारी के साथ बातचीत के प्रमुख अंश
 

प्रश्न: प्रदेश की जनता का मुद्दा क्या है?

कांग्रेस अपने मुद्दों के साथ पहले ही जनता के बीच पहुंच चुकी है। ऋण माफी, राजीव गांधी न्याय योजना की राशि के साथ 3,200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी, तेंदूपत्ता समर्थन मूल्य, स्वामी आत्मानंद स्कूलों की स्थापना और केजी से पीजी तक की सरकारी संस्थानों में निश्शुल्क पढ़ाई सहित जनहित की योजनाएं हमारी ताकत हैं। अभी भी हमने कहा है कि ऋण माफी करेंगे। देश में सबसे अधिक कीमत पर धान खरीद रहे हैं। जनता को हमपर भरोसा है। हम संपन्न छत्तीसगढ़ के लिए काम कर रहे हैं। नक्सल क्षेत्र में तोड़-फोड़ डाले गए स्थानों पर नए स्कूल खोले गए हैं।

प्रश्न: क्या महादेव एप और ईडी की कार्रवाइयों ने कांग्रेस को असहज कर दिया है?

भाजपा का एजेंडा ही है कि सारे पत्रकार सिर्फ ईडी ईडी करें ताकि जनता मूल मुद्दों को भूल जाए। मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ही कार्रवाई हो रही है ताकि वादा नहीं निभाने वालों के प्रति आक्रोश कम हो जाए। हकीकत तो यही है कि प्रदेश में भाजपा के पास कोई मुद्दा ही नहीं है। उन्हें स्पष्ट हो चुका है कि चुनाव हारने जा रहे हैं इसलिए आखिरी दांव चला है। षड्यंत्र करो और फंसाओ की रणनीति पर काम कर रहे हैं। जनता के सामने सच आ चुका है। महादेव एप से जुड़े रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर की नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य भाजपा नेताओं के साथ फोटो डिजिटल मीडिया पर सार्वजनिक हो रहे हैं। करोड़ों रुपये नकद के साथ पकड़ी गई कार भाजपा नेता के रिश्तेदार की है। ईडी ने जिस शुभम सोनी को पहले नौकर बताया था उसे दो दिन पहले भाजपा ने मालिक बना दिया है।

प्रश्न:महादेव एप मामले में ईडी की कार्रवाई पर क्या कहेंगे?

ईडी अद्भुत है। किसी भी धनकुबेर ने अपने नौकर की शादी में 250 करोड़ रुपये नहीं खर्च किए होंगे। मैंने तो अपने जीवन में ऐसी कहानी नहीं सुनी। शुभम सोनी ने दावा किया है कि सौरभ चंद्राकर की शादी में दो से ढाई सौ करोड़ खर्च किये और बालीबुड के स्टारों को दुबई बुलाया। जाहिर है कि ईडी ने पूरी कहानी बनाई है। भाजपा और ईडी ने सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के बाद शुभम सोनी के रूप में नया नाम उछाला है। भाजपा का इतिहास रहा है कि गैर जरूरी मुद्दों पर जनता को भटकाती है। सबसे बड़े भ्रष्टाचारी तो रमन सिंह, उनके पुत्र और उनके मत्रिमंडल के लोग हैं। रमन सिंह को खुद कहना पड़ा था कि कमीशनखोरी बंद करो।

प्रश्न: अगर रमन सिंह भ्रष्ट हैं तो पांच वर्षों में उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की?

रमन सिंह और उनके बेटे के खिलाफ ईडी में 2016 से शिकायत हुई परंतु अभी तक कार्रवाई शुरू नहीं हुई। नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाले में हम जांच कर रहे थे तो भाजपा के तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष ने जनहित याचिका दायर कर रोक की मांग की और न्यायालय ने याचिका स्वीकार भी कर ली। उसके बाद कभी पेशी नहीं हुई। जब कोर्ट से रोक लगी है तो हम कार्रवाई कैसे कर सकते थे।

प्रश्न: राज्य सरकार ने महादेव एप पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया?

हमने कानूनी प्रविधान के तहत काम किया। मामला संज्ञान में आने के बाद लगातार कार्रवाई करते हुए 235 सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया। बैन लगाने का काम भारत सरकार की तरफ से होना था। प्रश्न तो यह भी है कि ईडी जब पिछले छह महीने से जांच कर रही थी तो अब क्यों बैन लगाया गया। जिस दिन ईडी ने मामले में हस्तक्षेप किया, उसी दिन बैन लग जाना चाहिए था। जनता को भ्रम नहीं है। ट्रोल मास्टरों को जरूर लग रहा है कि उन्होंने बहुत बड़ा काम किया है। लोग यह जानते हैं कि भूपेश बघेल को फंसाने के लिए यह सब कर रहे हैं। अगर महादेव एप वाले से हमारे संबंध रहते तो असीम दास की नियोजित गिरफ्तारी नहीं करनी पड़ती।

प्रश्न: कांग्रेस पर आरोप है कि खास वोटबैंक को खुश करने के लिए सरकारी पैसे बांट रही है।

ऐसा नहीं है। कांग्रेस सरकार जनता को संपन्न बना रही है। रमन सिंह सरकार के समय प्रदेश के 40 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे थे। पिछले पांच वर्षों में कोरोना काल की चुनौती के बाद भी 40 लाख लोग गरीबी रेखा के बाहर आए हैं। पांच साल में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश ही नहीं भारत सरकार के मानदंड और वित्तीय प्रबंधन से भी हमारा वित्तीय प्रबंधन बेहतर रहा है। प्रदेश पर कर्ज 25 प्रतिशत के मानदंड से नीचे 16 प्रतिशत है। 10 प्रतिशत तक ब्याज दर की अनुमति है परंतु हम छह प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं।

प्रश्न: सरकार पर ग्रामीणों की तुलना में शहरी क्षेत्र की अनदेखी का आरोप भी लगता है।

पिछले पांच वर्षों में 16 हजार करोड़ रुपये की सड़कें और पुल-पुलियों का निर्माण हुआ है। 15 वर्ष की तुलना में पांच साल में कहीं अधिक काम हुआ है। शहरी क्षेत्र में भी पर्याप्त काम हुए हैं। भाजपा नेता अरपा-अरपा बोलते रहे और काम हमने करके दिखाया। भाजपा ने तो सभी शहरों को खोदापुर बना दिया था।

प्रश्न: आप दावा कर रहे हैं कि भाजपा आपसे डरी हुई है?

आज कोई भी ऐसी संस्था नहीं है जो भाजपा वालों से नहीं डरती है लेकिन छत्तीसगढ़ में भाजपा नेता अपनी लकीर बड़ी नहीं कर पा रहे इसलिए षड्यंत्र कर रहे हैं। यह सब डर के मारे कर रहे हैं। उन्हें हार का डर सता रहा है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इसीलिए छत्तीसगढ़ आ रहा है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से लेकर सभी केंद्रीय मंत्रियों को बार-बार छत्तीसगढ़ का दौरा करना पड़ रहा है। सत्य तो यही है कि धान की कीमत, आदिवासियों को गाय और बोनस देने के मामले में भाजपा नाकाम रही। इसलिए दाएं-बाएं कर रहे हैं।

प्रश्न: … और कांग्रेस में गांधी परिवार ही मुख्य है?

आप किस एजेंडे पर चल रहे हैं। (तल्ख होते हुए) उसके अलावा आप कुछ और नहीं बोल सकते। पहली बात तो यह है कि जिसकी डिमांड होगी उसे बुलाया जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी भी आए। दूसरी बात यह है कि भाजपा नेताओं का प्रदेश नेतृत्व ही नहीं है इसलिए केंद्रीय नेताओं पर निर्भर होना पड़ रहा है। आप ही बताएं कि रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल या नारायण चंदेल कहां निकल पाए हैं। सभी अपना क्षेत्र भी नहीं संभाल पा रहे हैं। किसी दूसरे क्षेत्र में भी नहीं जा पा रहे। प्रदेश भाजपा का नेतृत्व ही समाप्त हो गया। नई पीढ़ी के नेता विकसित नहीं हो पा रहे। यद्यपि यह भाजपा की समस्या है परंतु जनता यह भी देख रही है कि सभी हारे नेताओं को टिकट दे दिया है। राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, केदार कश्यप, सभी हारे हुए नेता हैं। ओपी चौधरी की सीट ही बदल दी। जिनको जनता ने पांच वर्ष पहले नकार दिया था वही चुनाव मैदान में हैं।

प्रश्न: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अमित जोगी पूरी ताकत से आपके विरुद्ध लड़ रहे हैं?

स्पष्ट है कि अमित जोगी भाजपा द्वारा प्रायोजित हैं। भाजपा की रिमोट पर चल रहे हैं। प्रमाण तो नहीं दे सकता परंतु लोग यही कह रहे हैं कि भाजपा वाले ही जकांछ की फंडिंग कर रहे हैं।

प्रश्न: … और अंत में, रमन सिंह कह रहैं कि उनकी जगह राम का नाम लेते तो आपका उद्धार हो जाता।

हम तो यही कहना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही अन्य भाजपा के नेता जितना नेहरू और गांधी परिवार का नाम लेते हैं उसकी जगह राम का नाम ले लेते तो सभी तर जाते।
 
 

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