छत्तीसगढ़ के विशेष सचिव और आबकारी आयुक्त पर प्राथमिकी दर्ज

रायपुर: छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले मामले में छत्तीसगढ़ के आइएएस अधिकारी व आबकारी आयुक्त के खिलाफ कासना कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोप है कि कासना स्थित स्टील फैक्ट्री में बने नकली होलोग्राम प्रयोग किए गए थे। रविवार देर रात छत्तीसगढ़ के विशेष सचिव उत्पादन शुल्क, आबकारी आयुक्त सहित पांच के खिलाफ कासना कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

छत्तीसगढ़ के रायपुर में तैनात प्रवर्तन निदेशालय के उप निदेशक हेमंत कुमार ने कहा कि शराब को कागजों पर दर्शाने के लिए कासना स्थित फैक्ट्री में मूल और डुप्लीकेट दोनों होलोग्राम तैयार किए गए। फर्जीवाड़ा विधु गुप्ता की नोएडा स्थित मैसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया गया। ईडी को जांच में पता चला है कि आरोपित छत्तीसगढ़ के विशेष सचिव उत्पादक शुल्क अरुणपति त्रिपाठी आपूर्ति के लिए मूल व डुप्लीकेट होलोग्राम का विवरण उन्हें बताते थे।

होलोग्राम की संख्या उसके हिसाब से मुद्रित करके भेजी जाती थी। अरुणपति द्वारा उपलब्ध होलोग्राम को सड़क मार्ग से छत्तीसगढ़ ले जाया जाता था। ईडी ने जांच के दौरान फैक्ट्री से डुप्लीकेट होलोग्राम जब्त किए हैं। मामले में थाना कासना में अरुणपति त्रिपाठी (आइएएस) विशेष सचिव, निरंजन दास (आइएएस) एक्साइज कमिश्नर, विधु गुप्ता तथा अनवर ढेबर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

कासना कोतवाली प्रभारी संतोष शुक्ला ने बताया कि तहरीर के आधार पर जालसाजी समेत कई अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोपितो की तलाश में 16 संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई है।

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