छत्‍तीसगढ़ में एससी वोटरों को साधने कांग्रेस लेगी मिनीमाता का सहारा, दस में सात पर कांग्रेसी विधायक

रायपुर Chhattisgarh Assembly Election 2023: कांग्रेस विधानसभा चुनाव में एससी वोटरों को अपने पाले में करने के लिए मिनीमाता का सहारा ले रही है। प्रदेश की पहली महिला सांसद मिनीमाता की पुण्यतिथि पर कांग्रेस जांजगीर में बड़ा आयोजन करने जा रही है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल हो सकते हैं।

छत्‍तीसगढ़ में एससी वर्ग के लिए दस सीट है आरक्षित

वर्तमान में प्रदेश की एससी वर्ग के लिए आरक्षित दस सीट में से सात पर कांग्रेस, दो पर भाजपा और एक पर बसपा के विधायक हैं। एससी वर्ग से आने वाले कांग्रेस के सात विधायकों में से पांच ने 30 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की है।

रमन सरकार में मंत्री रहे दयालदास बघेल को पिछले चुनाव में अपनी सीट गंवानी पड़ी थी। एससी वर्ग की दो सीट सारंगढ़ और सराईपाली में कांग्रेस प्रत्याशी ने 50 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी। पिछला रिकार्ड दोहराने के लिए कांग्रेस जुगत कर रही हैं। वहीं, भाजपा भी पहली बार एससी मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक एक अगस्त को रायपुर में करने जा रही हैं।

एससी वर्ग के आरक्षण में कटौती से भाजपा को हुआ था नुकसान

दरसअल, प्रदेश में तीन बार भाजपा की सरकार बनी, तब एससी वर्ग के लिए आरक्षित दस में से सात-आठ सीट भाजपा के पाले में थी। पिछले चुनाव में एससी वर्ग के आरक्षण में कटौती से नाराजगी का असर देखने को मिला और भाजपा सिर्फ दो सीट ही जीत पाई। इसमें रमन सरकार में मंत्री रहे पुन्नूलाल मोहिले मुंगेली और पूर्व मंत्री केएम बांधी मस्तुरी से जीत पाए।

कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद एससी वर्ग के आरक्षण में एक फीसद की बढोतरी का दांव खेला। विधानसभा में कांग्रेस ने जो आरक्षण संशोधन विधेयक पास कराया, उसमें एससी वर्ग के लिए 12 की जगह 13 फीसद आरक्षण दिया गया। हालांकि यह विधेयक राजभवन में अभी तक लंबित है। भूपेश सरकार में एससी वर्ग से दो मंत्री डा शिव डहरिया और गुरु रुद्र को जगह मिली। मिनीमाता गुरु रुद्र की दादी हैं। अब उनके नाम पर कांग्रेस एससी वोटरों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है।

जांजगीर में खरगे की सभा के मायने

जांजगीर-चांपा में मल्लिकार्जुन खरगे की सभा इसलिए कराई जा रही है, क्योंकि यहां की एससी वर्ग की सीट कांग्रेस के खाते में नहीं है। यहां भाजपा और बसपा उम्मीदवार की जीत हुई। यही नहीं, मस्तुरी में तो कांग्रेस तीसरे स्थान पर खिसक गई थी।पिछले विधानसभा चुनाव में मस्तुरी में भाजपा 14 हजार वोट और मस्तुरी में आठ हजार से ज्यादा वोट से जीती थी। पामगढ़ में बसपा की इंदू बंजारे को जीत मिली। इंदू ने कांग्रेस के गोरेलाल बर्मन को 3061 वोट से हराया था।

पहली महिला सांसद हैं मिनीमाता

मिनीमाता प्रदेश की पहली महिला सांसद हैं। वह वर्ष 1951 से 1971 तक लोकसभा सदस्य रहीं। अविभाजित मध्यप्रदेश में बिलासपुर-दुर्ग-रायपुर आरक्षित सीट से लोकसभा की प्रथम महिला सांसद चुनी गईं। परिसीमन में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जांजगीर लोकसभा क्षेत्र से वह चार बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची।

विधानसभा क्षेत्र-कांग्रेस प्रत्याशी- प्राप्त वोट -भाजपा प्रत्याशी- प्राप्त वोट-जीत का अंतर

सारंगढ- उत्तरी जांगड़े-101834 – केराबाई मनहर- 49445- 52389

सराईपाली- किस्मतलाल नंद- 100302- श्याम तांडी- 48014- 52288

आरंग- शिव डहरिया- 69900- संजय ढीढी- 44823- 25077

अहिवारा- गुरु रुद्र कुमार- 88735- सांवलाराम डाहिरे- 57048- 31687

नवागढ़- गुरुदयाल सिंह बंजारे- 86779- दयालदास बघेल- 53579- 33200

डोंगरगढ़- भुवनेश्वर बघेल- 86949- सरोजनी बंजारे- 51531- 35418

बिलाईगढ़- चंद्रदेव राय- 71936- श्याम कुमार टंडन बसपा- 62089- 9847

यहां जीती भाजपा

विधानसभा क्षेत्र-भाजपा प्रत्याशी- प्राप्त वोट -कांग्रेस प्रत्याशी- प्राप्त वोट-जीत का अंतर

मस्तुरी- केएम बांधी- 67950- जयेंद्र प्रताप पटले बसपा- 53843- 14107

मुंगेली- पुन्नूलाल मोहिले- 60469- राकेश पात्रे- 51982- 8487

पामगढ़- इंदू बंजारे-बसपा- 50129- गोरेलाल बर्मन- 47068- 3061

नोट: आंकड़े वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button