Bilaspur News: प्रवेश के नाम पर पैसे मांगने वाले प्राचार्य डा. गौरहा हटाए गए

Bilaspur News: आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल की प्राचार्य बनीं डा.चंदना

बिलासपुर   स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय दयालबंद में प्रवेश के नाम पर पैसे मांगने की शिकायत के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने मंगलवार को प्राचार्य डा. आरके गौरहा को हटा दिया है। उनकी जगह पर शासकीय उन्नत शिक्षा अध्ययन संस्थान बिलासपुर की सहायक प्राध्यापक डा. चंदना पाल को नियुक्त किया गया है।

विभाग की कार्रवाई के बाद शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है। नईदुनिया ने 24 जुलाई के अंक में प्रवेश के नाम पर पैसे मांगने शिकायत शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसके 24 घंटों के भीतर स्कूल शिक्षा विभाग का आदेश आ गया। संभाग के सबसे बड़े सरकारी स्कूल के रूप में संचालित मल्टीपरपज स्कूल दयालबंद, जो अब स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल बन चुका है।

यहां लंबे समय से प्राचार्य के रूप में डा. आरके गौरहा पदस्थ थे। आदेश के मुताबिक उन्हें यहां से हटाकर हाई स्कूल बैमा में पदस्थ कर दिया गया है। साफ है कि यह उनका डिमोशन किया गया है। उनकी जगह स्कूल की प्राचार्य बनीं डा. चंदना पाल की प्रतिनियुक्ति समाप्त की गई है। वे सहायक प्राध्यापक, शासकीय उन्नत शिक्षा अध्ययन संस्थान बिलासपुर में पदस्थ थीं।

यह थी शिकायत

स्वामी आत्मानंद शासकीय बहुद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश के नाम पर पैसा वसूली करने का मामला सामने आया था। पार्षद व एल्डरमैन अखिलेश गुप्ता उर्फ बंटी ने इसकी शिकायत कलेक्टर सौरभ कुमार से की। इसमें दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की।

शिकायत में उन्होंने बताया था कि स्कूल के एक शिक्षक व कार्यालय सहायक द्वारा लाटरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कक्षाओं में प्रवेश के लिए अभिभावकों से पैसे की मांग की जा रही है। पैसों के लेनदेन के बाद ही बच्चों को प्रवेश दिया जा रहा है। एक अभिभावक ने पार्षद से शिकायत की है कि दोनों ने आपस में मिलकर छह हजार रुपये लेकर छात्र को प्रवेश दिया है। पार्षद ने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी।

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