मंत्री लखमा बोले- भाजपा के कारण लटकी शराबबंदी, कौशिक बोले- बीजेपी से पूछकर किया था वादा
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल में भाजपा विधायकों ने शराबबंदी, शराब पर लगे सेस और नकली शराब पीने से तीन युवकों की मौत का मुद्दा उठाया। मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि भाजपा ने विधायकों की सूची नहीं दी, इसलिए शराबबंदी अटक गई। इसके जवाब में विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने क्या भाजपा से पूछकर शराबबंदी का वादा किया था। मंत्री को बहाना नहीं करना चाहिए, जनता से माफी मांगना चाहिए।
सदन में विपक्ष ने शराब पर लगे सेस का मुद्दा उठाया
शिवरतन शर्मा ने शराब पर लगे सेस का मुद्दा उठाया। मंत्री लखमा ने बताया कि सेस से मिली राशि को स्वास्थ्य विभाग और कृषि विभाग को भेज दी गई है। राशि की सही जानकारी नहीं आने पर विधानसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत ने हस्तक्षेप किया और कहा कि मंत्री का पूरा उत्तर नहीं आया है, इसका जवाब कल सदन में दें।
जहरीली शराब पीने से तीन युवकों की मौत का मुद्दा
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने जांजगीर में जहरीली शराब पीने से तीन युवकों की मौत का मुद्दा उठाया। चंदेल ने कहा कि नवागढ़ रोगदा में किराना दुकान में कांग्रेस कार्यकर्ता अवैध शराब बेचता है। यह शराब पीने से एक सैनिक सहित तीन युवकों की मौत हुई। अब तक किसी पर कार्रवाई नहीं हुई।
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि किराना दुकान संचालक पर कार्रवाई की गई है और वह भाजपा का कार्यकर्ता है। युवकों की मौत शराब नहीं, जहर खाने से हुई है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जहरीली शराब काे जहर बताना मजाक है। इसके बाद भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। विधायक सौरभ सिंह ने मंत्री लखमा के बयान को सेना का अपमान बताया।