जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने समान नागरिक संहिता पर केंद्र सरकार को सावधान रहने की सलाह दी
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने समान नागरिक संहिता पर केंद्र सरकार को सावधान रहने की सलाह दी है. पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस मुद्दे पर बयान दिया है जिसके बाद इस मुद्दे के आसपास सियासत गरमा गई है.
बीते दो दिनों में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से लेकर तमाम दूसरे नेताओं की ओर से टिप्पणियां आ रही हैं. फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने पीएम मोदी को इस मुद्दे पर सावधान रहने की सलाह दी है. फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने कहा, “मैं आपसे सबसे बड़ी चीज ये कहूंगा कि आजकल जो ये (केंद्र सरकार) कर रहे हैं कि यूनिफॉर्म कॉमन कोड (समान नागरिक संहिता) होनी चाहिए. मैं समझता हूं कि उसकी तरफ़ इन्हें सोचना चाहिए.
ये मुल्क विविधताओं से भरा हुआ है. इसमें हर किस्म के लोग रहते हैं. हर मजहब, हर ज़बान, और हर सोच के लोग रहते हैं. और मुसलमानों का अपना शरियत क़ानून है.उसकी तरफ़ भी इनको नज़र रखनी चाहिए. इस दिशा में कदम उठाने की जगह इस पर बार-बार सोचें कि अगर इसके लिए इन्होंने कोई कदम उठाया तो कहीं कोई तूफ़ान न आए.