कोरबा : सहकारी बैंक की सभी छह शाखाओं की मॉनिटरिंग के लिए तैनात होंगे नोडल अधिकारी

धान खरीदी की राशि आहरण के लिए अव्यवस्था पर कलेक्टर श्रीमती साहू सख्त
किसानों को बैंक परिसर में ही राशि गिनकर स्वीकारने की भी दी सलाह

कोरबा

कोरबा में जिला सहकारी बैंक की सभी छह शाखाओं में किसानों को राशि आहरण की सुविधा की अब नोडल अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जायेगी। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को इसके निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने पिछले दिनों धान खरीदी की राशि आहरण में किसानों सेे वसूली और अन्य अव्यवस्थाओं की जानकारी मिलने पर अगले कुछ समय के लिए यह व्यवस्था लागू कर दी है। एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र की जिला सहकारी बैंक की शाखाओं में दिनवार अधिकारियों को मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदारी सौपेंगे। कार्य दिवसों में हफ्ते में कम से कम एक दिन तहसीलदार स्तर के अधिकारी भी सहकारी बैंकों की शाखाओं का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान अधिकारी बैंकों में लेनदेन केे समय ग्राहकों के बीच कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने की व्यवस्थाओं का भी जायजा लेंगे। किसी भी तरह की अवैध वसूली या अव्यवस्था पर नोडल अधिकारी निगरानी रखेंगे। समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में अपर कलेक्टर श्री सुनील नायक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नूतन कवंर, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के नोडल अधिकारी श्री एस.के.जोशी सहित जिला स्तरीय अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। इस बैठक में अनुभाग और विकासखंड स्तर के अधिकारी भी वर्चुअल रूप में शामिल हुए।

बैठक में कलेक्टर ने बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों को सख्त हिदायत भी दी है कि किसानों के खातों से उन्हीं की राशि आहरण में अनियमितता, लापरवाही या वसूली जैसी शिकायतों पर जांच कर कठोर कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर ने बैंक के अधिकारियों सहित संबंधित तहसीलदारों और अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र में बैंकों का लगातार निरीक्षण करें। किसी भी बैंक में किसानों को अपने ही खाते से राशि आहरण के लिए कोई परेशानी न हो।
कलेक्टर की सलाह, किसान बैंक परिसर में ही गिनकर लें पूरी राशि- कलेक्टर ने जिले के किसानों को भी सलाह दी है कि वे बैंक से राशि आहरण के लिए किसी भी प्रकार की कोई अतिरिक्त राशि किसी भी व्यक्ति को न दें। बैंक से राशि आहरण के बाद बैंक काउंटर पर ही सावधानी से गिनकर पूरी राशि मिलने की तकसीद करें और राशि कम होने पर तत्काल कैशियर या बैंक मैंनेजर से शिकायत कर पूरी राशि प्राप्त करें। कलेक्टर ने यह भी सलाह दी है कि नोटों की गड्डियों में कम नोट निकलने पर गड्डी के उपर लगी पर्ची को फाड़कर न फेंकें। नोट की गड्डी को तत्काल पर्ची सहित कैशियर या बैंक मैनेजर को लौटाकर पूरी राशि वाली गड्डी लेवें।
उल्लेखनीय है कि कोरबा जिले में सहकारी बैंक की छह शाखाएं कार्यरत हैं। इन छह शाखाओं कटघोरा, कोरबा, दीपका, पाली, पोड़ीउपरोड़ा और बरपाली के तहत लगभग 55 आदिम जाति सहकारी समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। धान की राशि इन्हीं शाखाओं में किसानों के खातों में जमा होती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button