एक दिन पहले यूपी बोर्ड कॉपी चेकिंग का काम पूरा, रिजल्ट जल्द
प्रयागराज. यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन समय से पहले शुक्रवार को पूरा हो गया। उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 18 मार्च से शुरू हुआ जिसकी समयसीमा एक अप्रैल निर्धारित थी। प्रदेशभर में बनाए गए 258 केंद्रों पर हाईस्कूल की लगभग 1.86 करोड़ तथा इंटरमीडिएट की 1.33 करोड़ उत्तरपुस्तिकाओं के लिए कुल 1,43,933 परीक्षक नियुक्त किए गए थे। कुल 3.19 करोड़ कॉपियों के लिए हाईस्कूल के 89,698 व इंटर के 54,235 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी।
बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि बोर्ड मुख्यालय एवं क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर मूल्यांकन व्यवस्था की प्रतिदिन गहन मॉनीटरिंग किए जाने के कारण पहली बार समय से पूर्व 31 मार्च तक मूल्यांकन कार्य समाप्त हो गया। उत्तरपुस्तिकाओं का त्रुटिरहित निरपेक्ष मूल्यांकन हो सके इसके लिए इस वर्ष पहली बार उपनियंत्रकों का प्रशिक्षण क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर ऑडियो-वीडियो प्रेजेंटेशन से कराया गया था। प्रशिक्षण के कारण भी मूल्यांकन कार्य समय से पूर्व सम्पादित हो सका।
शुचितापूर्ण मूल्यांकन के दृष्टिगत प्रत्येक केन्द्र पर पहली बार एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तथा प्रत्येक जनपद में स्थित सभी मूल्यांकन केन्द्रों के पर्यवेक्षण के लिए प्रत्येक जिले के डायट के प्राचार्य को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। मूल्यांकन कार्य अनिवार्य रूप से वॉयस रिकॉर्डरयुक्त सीसीटीवी की निगरानी में कराया गया।
यूपी बोर्ड : छूटे छात्रों की प्रयोगात्मक परीक्षा 5 और 6 अप्रैल को
इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षा से छूटे छात्रों को यूपी बोर्ड ने आखिरी मौका दिया है। संबंधित छात्र-छात्राएं पांच व छह अप्रैल को प्रयोगात्मक परीक्षा दे सकते हैं। इसके बाद अतिरक्त मौका नहीं दिया जाएगा। यह परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी।