भूपेश बाेले- सरकार को भले घाटा हो हमने उद्योगों को बिजली में छूट दी ताकि उनकी सांसें न रुकें
रायपुर. ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव में एक तरफ अपने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जहां यह कहा, स्टील सेक्टर को आगे बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार तत्पर है। कोरोना काल में छत्तीसगढ़ सरकार की नीति की वजह से उद्योग बंद नहीं हुए। स्टील उद्योग छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। कार्यक्रम में फिल्म अभिनेता अनुपम खेर भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, कितने लोगों को लग्जरी सुख प्राप्त है? भीगा हुआ आदमी बारिश से नहीं डरता। दिल की बात कभी-कभी बोल देनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने भी अपने मन की बात कहते हुए कहा, सरकार को भले घाटा हो लेकिन हमने आपको बिजली में छूट दी ताकि उद्योग अच्छे से चलते रहें।मुख्यमंत्री ने कहा, पिछले कुछ वर्षों के दौरान स्टील उद्योग को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कभी महंगी बिजली का संकट सामने आ जाता है, कभी ईंधन का संकट सामने आ जाता है, कभी सस्ते कच्चे माल की जरूरत शिद्दत के साथ महसूस की जाती है, तो कभी कोरोना और लॉकडाउन का संकट सामने आ जाता है। हमारे राज्य से कोयला पूरे देश में जाता है, कोरोना काल मे हमने कोयला की आपूर्ति बाधित नहीं होने दी। मैं रायपुर सांसद सुनील सोनी के माध्यम से केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि एसईसीएल से स्टील व्यवसायियों को कोल लिंकेज मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, कोयला खदानों की वजह से सड़कें बहुत खराब हैं। खराब सड़कों की वजह से परिवहन बहुत महंगा हो गया है। इसलिए किसी उद्योग की स्थापना के समय सड़क को भी प्रोजेक्ट में ले लेना चाहिए।
कोरोना काल में बंद होने नहीं दिए उद्योग
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा, जब कोरोना की दूसरी लहर आई तो देश की राजधानी और अन्य राज्यों में ऑक्सीजन की कमी थी लेकिन छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं हुई, हमने तुरन्त उद्योगपतियों को ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए लाइसेंस दिया। देशभर में ऑक्सीजन का दवाब था तो मैंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि स्टील प्लांट को भी कुछ ऑक्सीजन दीजिए, जिससे प्लांट भी चल सके। कोरोना काल में देशभर में मजदूर पलायन कर रहे थे, लेकिन छत्तीसगढ़ में स्थिति ऐसी नहीं थी। हमारे छत्तीसगढ़ में बेहतर उद्योग नीति की वजह से कोरोना काल मे भी उद्योग अच्छे से चलते रहे। जब कोरोना संकट आया और लॉकडाउन की परिस्थितियां निर्मित हुई तब एक बारगी लगा कि प्रदेश का स्टील सेक्टर दम तोड़ देगा, लेकिन हमने कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।
समस्या का करेंगे समाधान: अकबर
वन एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा, छत्तीसगढ़ में आयरन ओर, कोयला, जमीन, पानी, बिजली और लोग सभी हैं,लेकिन आपका विजन सरकारों की सहमति के बगैर संभव नहीं है। 2018 में हमारी सरकार आने के बाद नई औद्योगिक नीति बनाई, आपके उद्योग ने जो भी मांगें रखीं त्वरित निराकरण किया गया। जो भी मांगे व समस्याएं हैं बताएं सरकार नीतिगत पूरा करने करने तैयार है। सांसद सुनील सोनी ने कहा, आपका उद्योग कैसे बढ़े इस पर चिंतन शिविर कर रहे हैं छत्तीसगढ़ में आपका स्वागत है। आप लोगों की बदौलत देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था चलती है।
भीगा हुआ आदमी बारिश से नहीं डरताः अनुपम खेर
बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने कहा, गरीब इंसान की सबसे अच्छी चीज खुशी होती है। मजदूर कभी भी नहीं कहता कि आज मूड नहीं है। ये लक्जरी पढ़े लिखे लोगों में होता है। कितने लोगों को लग्जरी सुख प्राप्त है? भीगा हुआ आदमी बारिश से नहीं डरता। दिल की बात कभी-कभी बोल देनी चाहिए। मुझे लगा या मैंने सोचा ये दो चीज इंसान को कभी नहीं बोलनी चाहिए। श्री खेर ने अपनी जिंदगी से लेकर फिल्म तक की बातों का समावेश करते हुए सफलता व सुकून के कई महत्वपूर्ण सूत्र दिए। उन्होंने कहा, जिसके दोस्त नहीं वह गरीब हैं, चाहे कितनी बड़ी इंडस्ट्री का मालिक ही क्यों न हों। दिल की बात कभी-कभी बोल देनी चाहिए,और इसके लिए दोस्त सबसे बेहतर है। किसी की बराबरी करना चाहते हो तो अपेक्षा मत कीजिए। श्री खेर ने कहा, हर इंसान स्पेशल है। आपका फिंगर प्रिंट दूससे से नहीं मिलताीहै। लेकिन इंसान है कि अपने बारे में कभी सोचता ही नहीं है इतना व्यस्त हो गया है। जो आदमी जमीन से आया हो उसे कोई चीज डराती नहीं हैं। लेकिन सच्चाई जब किसी को दुख पहुंचाए तो तकलीफ होती है। फिल्म कश्मीर फाइल्स का जिक्र करते हुए कहा कि 32 साल लगे इस फिल्म को बनाने में,इसमें सच्चाई थी इसलिए हर सीन दिल से किया हुआ था और लोगो के अंदर तक पहुंच गया। 27 साल की उम्र में उन्होने फिल्म सारांश किया था यह पूरी तरह से डिप्रेंट था। लोगों के बीच से आये सवालों का जवाब भी उन्होने दिया।
सरकार की पालिसी से उद्योग में बेहतर काम हो रहा: अग्रवाल
इससे पूर्व कॉन्क्लेव के चेयरमेन रमेश अग्रवाल ने कहा, अभी ये शुरुआत है। अभी लंबा सफर तय करना है। दो दिन के कॉन्क्लेव में बहुत कुछ नया सीखा है,समझा है। क्या संभव है,क्या चुनौतियां है। सरकार और इंडस्ट्रीज मिलकर कैसे पूरा कर सकते हैं चर्चा हुई है। छत्तीसगढ़ स्टील री रोलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय त्रिपाठी ने कहा, इंडिया की जो इकानामी तेज गति से चल रही है उसमें स्टील इंडस्ट्रीज का भी बहुत बड़ा योगदान है। महासचिव बांकेबिहारी अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया।