विधानसभा चुनाव को लेकर AAP की तैयारी तेज
छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने भी तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान रायपुर में AAP कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी गोपाल राय ने शनिवार को रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अरविंद केजरीवाल तथा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज यानी 5 मार्च रविवार को रायपुर के जोरा गांव में एक जनसभा में राज्यभर से आए कार्यकर्ताओं से संवाद कार्यक्रम करेंगे।
गोपाल राय ने कहा,”पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का रायपुर आगमन और प्रदेश कार्यकर्ताओं से संवाद विधानसभा चुनाव की तैयारी को और मजबूती प्रदान करेगा। केजरीवाल और भगवंत मान आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। इससे पार्टी के लोगों का उत्साहवर्धन होगा।”
इन मुद्दों पर भाजपा-कांग्रेस को घेरेगी आप
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी राज्य में मूलभूत सुविधाओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, किसानों की समस्या, जनजातियों के हक और जन सुरक्षा के मुद्दों पर विस्तार से काम करेगी। पिछली सरकारों में ये मुद्दे सिर्फ जुमला और बयान बनकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी जन साधारण तक अपनी गारंटी लेकर जाएगी।
राय ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही सरकारों ने पिछले 23 वर्षों में सिर्फ काम का दिखावा भर किया। जबकि यहां लगातार भ्रष्टाचार हो रहा है और कांग्रेस सरकार कानून व्यवस्था को लेकर पूरी तरह विफल हो गई है। गोपाल राय ने कहा,”दिल्ली में केजरीवाल की सरकार ने सिर्फ पांच वर्ष में बहुत से काम किए, तो छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं हुआ? दिल्ली में मुफ्त बिजली (सीमित) और मुफ्त पानी दे रहे हैं तथा स्वास्थ्य जांच और दवाई भी मुफ्त है। लेकिन छत्तीसगढ़ में यह सब अब भी कोसों दूर है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस झूठे वादे और लोकलुभावन घोषणा के जरिये छल से वोट लेने की राजनीति में लिप्त है। इससे सूबे के लोगों के जीवन में कोई विकास नहीं हो रहा है। पिछले 23 सालों से प्रदेश में विकास के नाम पर राजनीति तो हुई लेकिन विकास बिलकुल भी नहीं हुआ। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने लोगों को मूल सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं करवाईं।
पार्टी विस्तार पर हो रहा काम
उन्होंने बताया कि पार्टी ने संगठन विस्तार के तहत राज्य के सभी जिलों में जिला प्रभारी, जिला सचिव तथा लोकसभा प्रभारी और लोकसभा सचिव की घोषणा कर दी है। विधानसभा वार कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से चर्चा कर 455 ब्लॉक अध्यक्ष भी नियुक्त किए जा चुके हैं। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
बता दें, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीट पर जीत हासिल कर 15 वर्ष सत्ता में रही भाजपा को बेदखल किया था। इस चुनाव में भाजपा को 15 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन को सात सीट मिली थी। वर्ष 2018 में आम आदमी पार्टी ने भी किस्मत आजमाया था, लेकिन पार्टी को सफलता नहीं मिली थी।