सीताराम को मिल रही है सौर ऊर्जा से मछली पालन एवं सब्जी की खेती में सुविधा
कांकेर, जिले के पहुंचविहीन एवं अविद्युतीकृत क्षेत्रों में सौर सुजला योजना के माध्यम से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सैकड़ों किसान अपने खेतों में सौर ऊर्जा से सोलर पंप लगाकर खेंतों की सिंचाई कर रहे है। सौर ऊर्जा से पंप चनले से किसानों को विद्युत विभाग के चक्कर लगाने तथा लो वोल्टेज की समस्या से राहत मिल रही है और बार-बार बिजली गुल जैसी समस्या तथा भारी भरकम बिजली बिलों से छुटकारा मिल रहा है।
दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के ग्राम सुरूंगदोह के किसान सीताराम ने बताया कि उनकी खेत पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण विद्युत लाईन पहुंच पाना असंभव था, जिस पर वह सिंचाई सुविधा के अभाव में सिर्फ वर्शा आधारित खेती करते थे। जब उन्हे सौर सुजला योजना के बारे में जानकारी मिली तो अपने जमीन पर तीन हार्स पावर के सोलर पंप स्थापित कर लिया, उसके बाद अपने खेत में मक्का उत्पादन कर रहे है साथ ही मछली पालन, सब्जी की खेती कर रहे है, इससे उन्हे अच्छी आमदनी हो जाती है। सौर सुजला योजना के तहत किसानों को तीन हार्स पावर के सोलर पंप के साथ 10 हजार, 15 हजार और 21 हजार रूपये में दिये जा रहे है, शेश राशि शासकीय अनुदान के रूप में सरकार वहन कर रही है। योजना का संचालन छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा किया जा रहा है।