शांति के पथ पर लौटा एक लाख का इनामी नक्सली
दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में चलाए जा रहे लोन वर्रा टू अभियान यानी घर वापस आईये अभियान से प्रभवित होकर एक और एक लाख का इनामी नक्सली (जनताना सरकार अध्यक्ष) राजू लेकाम शांति के पथ पर लौट आया है। बता दें कि जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत दंतेवाड़ा के विभिन्न गांवों में जो नामजद नक्सली है उन्हें आत्मसमर्ण कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की जा रही है। पुलिस की ये रणनीति जिले में कारगर साबित हो रही है, लगातार नक्सली संगठन को छोड़ नक्सली मुख्य धारा में लौट रहें है।
इसी अभियान के तहत मंगलवार को भैरमगढ़ एरिया कमेटी के हुर्रेपाल पंचायत के जनताना सरकार के अध्यक्ष राजू लेकाम ने आत्म समर्पण कर दिया। एक लाख का इनामी नक्सली डीआईजी पुलिस कमोलचन कश्यप, डीआईजी सीआरपीएफ एसपी दंतेवाड़ा सिदार्थ तिवारी के सामने मुख्य धारा में वापस लौटा। जिले में लोन वर्रा टू अभियान के तहत अब तक 150 इनामी सहित 592 नक्सली मुख्य धारा में लौट चुके हैं।
इन वारदातों में शामिल था इनामी नक्सली
– वर्ष 2008 में राजा बंगला के पास 01 बोर गाड़ी, 01 पिकअप वाहन, 01 डोजर एवं 02 दस चक्का वाहन को आगजनी करने की घटना में शामिल था।
– वर्ष 2013 में भांसी रेल्वे स्टेशन को तोड़फोड़ कर पटरी उखाड़ कर अन्य दो वाकी टाकी लूटकर ले जाने की घटना में शामिल था।
– वर्ष 2013 में डीवीसीएम संतोष ओयाम को पुलिस मुखबिरी शक में जनअदालत लगाकर हत्या करने की घटना में शामिल था।
– वर्ष 2014 में नेरली घाटी के पास रेल पटरी उखाड़कर यात्री ट्रेन पलटाने की घटना में शामिल था ।
– वर्ष 2017 में ग्राम कामालूर के पास रेल पटरी उखाड़ कर मालगाड़ी पलटाने की घटना में शामिल था ।
– वर्ष 2017 में ग्रामीण रंजू ओयाम निवासी बेचापाल गायतापारा को पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या करने की घटना में शामिल था ।
– वर्ष 2017 में चेरली पुलिस कैम्प / थाना में देशी राकेट लान्चर फायर करने की घटना में शामिल था। जिसमें एक पुलिस जवान घायल हुआ था।
– वर्ष 2018 में ग्रामीण बुधराम मुचाकी पिता देवा मुचाकी निवासी पोर्रोवाड़ा थाना मिरतुर को पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या करने की घटना में शामिल था।
– वर्ष 2020 में ग्रामीण महेन्द्र ओयाम पिता सूला ओयाम निवासी बेचापाल करसाड़पारा थाना मिरतुर को पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या करने की घटना में शामिल था ।