7 साल से कर रहा था UPSC IAS परीक्षा की तैयारी, 30 हजार रुपये के लिए बना CTET का सॉल्वर
सीटेट (सेन्ट्रल टीचर एलिजीबिलिटी टेस्ट – CTET ) के लिये बंथरा में बने ऑनलाइन परीक्षा केन्द्र सुलतान फाउण्डेशन में गुरुवार को एसटीएफ ने छापा मारकर सॉल्वर मनीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया। वह बिहार के कैमूर से यहां आया था और उसे सॉल्वर बनने के लिये 30 हजार रुपये मिले थे। एसटीएफ ने इस कार्रवाई के दौरान मूल अभ्यर्थी जौनपुर निवासी शुभम यादव को भी पकड़ लिया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
रुपयों की जरूरत के लिये बना था सॉल्वर एसटीए़फ के प्रभारी एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र सुलतान फाउन्डेशन में शुभम के स्थान पर सॉल्वर मनीष के बैठने की सूचना मिली थी। इस पर वहां टीम भेजी गई थी। मनीष कुमार खरवार ने एसटीए़फ को बताया कि वर्ष 2016 से कंकड बाग पटना में रहकर सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रहा था।
घर की आर्थिक स्थित ठीक न होने के कारण वह पार्ट टाइम काम ढूंढ रहा था। इसी बीच उसकी मुलाकात राजीव व सुरेन्द्र से हुई। इन दोनों ने उसे पर्चा आउट कराने और सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह से मिलाया। उसे कहा गया कि सॉल्वर बनने पर उसे 30 हजार रुपये मिलेंगे। लालच में आकर वर्ष 2019 से सॉल्वर बनकर अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने का काम करने लगा था। वह कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बन चुका है। उसने कबूला कि 2022 में भी लखनऊ, रांची, कानपुर समेत कई जिलों में सॉल्वर बन चुका है।
आरोपी फोटोशॉप से एडिट कर लगाते थे सॉल्वर का फोटो
मनीष ने एसटीएफ को बताया कि सॉल्वर तय होने पर अभ्यर्थी के फार्म पर फोटो,बायोमेट्रिक हस्ताक्षर सॉल्वर से ही कराया जाता है। इसमें परीक्षा के समय फोटोशॉप के माध्यम से एडिट कर सॉल्वर की फोटो लगा देता था। इससे सॉल्वर पकड़ में आने से बच जाते थे।