कोल्ड अटैक की चपेट में तिब्बत से लेकर अफगानिस्तान, 78 की मौत; माइनस 33 पर तापमान
नई दिल्ली. हिमालय और ट्रांस हिमालय में इस वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उधर तिब्बत में भी हिमपात और हिमस्खलन ने तबाही मचा रखी है। चीन की सरकारी मीडिया के मुताबिक, बुधवार देर रात तिब्बत के पर्वतीय इलाके में एक सड़क मार्ग पर हिमस्खलन की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लापता हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि दक्षिण-पूर्व तिब्बत के मेडोग काउंटी में न्यिंगची शहर से मेनलिंग काउंटी तक जाने वाले राजमार्ग पर एक सुरंग के बाहर निकलने पर भारी हिमस्खलन हुआ। हिमस्खलन की वजह से लोग अपनी-अपनी गाड़ी में फंसे रहने को मजबूर हो गए। स्थानीय प्रशासन द्वारा लापता लोगों के लिए राहत-बचाव अभियान जारी है। हालांकि, अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि इस हिमस्खलन की चपेट में आकर कितने लोग लापता हैं।
उधर, अफगानिस्तान में भी कई दिनों से भीषण ठंड पड़ रही है। वहां का आलम यह है कि पारा माइनस 33 डिग्री पर पहुंच चुका है। अफगानिस्तान में सबकुछ फ्रीज हो चुका है। ठंड की वजह से वहां 70 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक पिछले कई सालों से ऐसी ठंड नहीं पड़ी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अफगानिस्तान के मौसम विभाग ने काबुल और कई अन्य प्रांतों में 10 जनवरी के बाद से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की है। मौसम विभाग ने कहा है कि अफगानिस्तान के मध्य क्षेत्र में वीकेंड पर पारा -33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो कि अब तक का सबसे कम तापमान है। अफगान अधिकारियों के मुताबिक उत्तरी इलाके में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और 70,000 से ज्यादा मवेशियों की मौत ठंड लगने से हो गई है।