बिजली के निजीकरण के प्रयास के विरोध में सभी राज्यों के बिजली संघों के पदाधिकारी जुटेंगे
रायपुर। देश में हो रहे बिजली के निजीकरण के प्रयास के विरोध में राजधानी रायपुर देश के सभी राज्यों के बिजली संघों के पदाधिकारी जुटेंगे। यहां पर निजीकरण के विरोध को लेकर अखिल भारतीय विद्युत मजदूर महासंघ की राष्ट्रीय कार्यसमिति में रणनीति बनेगी। बैठक दो दिनों तक होगी।
पहले दिन शनिवार को प्रात: 10.30 बजे दो दिवसीय बैठक के उद्घाटन के साथ प्रारंभ होगा। बैठक की अध्यक्षता अभा अध्यक्ष मधुसूदन जोशी करेंगे, वहीं उद्योग प्रभारी अख्तर हुसैन व भामसं के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एलपी कटकवार व भामसं के राष्ट्रीय मंत्री सुरेन्द्र पांडेय व क्षेत्रीय संगठन मंत्री धरम दास शुक्ला तथा सेवानिवृत्त कर्मचारी महासंघ के संयोजक अमर सिंह सांखला मार्गदर्शन देंगे। छत्तीसगढ़ प्रदेश भामसं के महामंत्री नरोत्तम धृतलहरे को स्वागताध्यक्ष का जिम्मा दिया गया है। बैठक का संचालन अभा महामंत्री किशोरी लाल रायकवार करेंगे ।
छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री व राष्ट्रीय मंत्री हरीश चौहान ने बताया है कि बैठक में विद्युत क्षेत्र की समस्याओं पर व्यापक विचार विमर्श होगा। विद्युत संशोधन बिल 2022 के माध्यम से वितरण क्षेत्र में निजी लाइसेंसी के प्रवेश से आम जनता, किसानों को होने वाली तकलीफों पर भी बैठक में चर्चा होगी। महाराष्ट्र में वितरण लाइसेंसी के लिए निजी क्षेत्र द्वारा प्रस्तुत आवेदन से उत्पन्न स्थिति के फलस्वरूप महाराष्ट्र में बिजली कर्मचारियों के संयुक्त हड़ताल, केंद्र शासित प्रदेशों में वितरण व्यवस्था निजी क्षेत्र को देने के लिए टेंडर आमंत्रण, पुरानी पेंशन नीति बहाली करने, कुशल कर्मचारियों की भर्ती न कर विद्युत जैसे संवेदनशील कार्यो में अकुशल ठेका कर्मियों से काम लेने के फलस्वरूप विद्युत दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी बैठक में चर्चा होगी।