मुख्यमंत्री भूपेश ने की 40 सब स्टेशन बनाने की घोषणा, 36 को अब तक मंजूरी
रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पांच माह से लगातार भेंट मुलाकात का कार्यक्रम चल रहा है। इसमें उनके सामने बिजली को लेकर भी कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्काल काम भी किए जा रहे हैं और लगातार घोषणाएं भी हो रही हैं। अब तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 11 और 33 केवी के 40 सब स्टेशन बनाने की घोषणा की गई है। इनमें से 36 को मंजूरी दी जा चुकी है और कई के काम भी प्रारंभ हो गए हैं। सब स्टेशन बनने से सबसे बड़ी बिजली बंद की समस्या से लोगों को मुक्ति मिलेगी।
प्रदेश सरकार लगातार बिजली व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। इस साल के लिए पहले ही 12 हजार करोड़ की योजनाएं बनीं हैं। इसमें से करीब साढ़े सात हजार करोड़ की योजनाओं को मंजूरी भी मिल चुकी है। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अगस्त से सभी विधानसभा में भेंट मुलाकात का कार्यक्रम लगातार चल रहा है। वे जिन भी जिलों की विधानसभा में जा रहे हैं, वहां पर लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं भी जान रहे हैं। इसी में उनके सामने बिजली को लेकर भी कई तरह की समस्याएं रखीं जा रही हैं।
यहां बनेंगे सब स्टेशन
मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी ने 40 स्थानों पर सब स्टेशन बनाने की घोषणा में से 36 स्थानों पर इसकी मंजूरी देकर कई स्थानों पर काम भी प्रारंभ कर दिया है। सबसे ज्यादा 12 सब स्टेशन जशपुर जिले में बनाए जा रहा है। यहां पर 13 सब स्टेशन बनाने की घोषणा हुई है। इसी तरह से बस्तर में तीन, बलरामपुर में चार, सूरजपुर में तीन, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी, रायगढ़ और सुकमा में दो-दो, बलौदाबाजार, बालोद, बीजापुर, कांकेर, जांजगीर चांपा, शक्ति में एक-एक सब स्टेशन बनेगा। इसी के साथ जशपुर में दो, बालोद और बलौदाबाजार में एक-एक नया वितरण केंद्र बनेगा।
यह होगा फायदा
सब स्टेशन बनने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सब स्टेशन से जुड़े गांवों में बिजली बंद की समस्या कम हो जाएगी। इसी के साथ सैकड़ों गांवों को पूरा लोड मिलेगा और लो वोल्टज की समस्या भी नहीं होगी। इसके अलावा ज्यादा बिजली सप्लाई की सुविधा भी मिल जाएगी।