आम आदमी पार्टी के नेशनल कौंसिल की बैठक 18 दिसम्बर को दिल्ली में सम्पन्न हुई जिसमे छत्तीसगढ़ समेत देश भर के राज्यो के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य शामिल हुए
राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जी ने राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि हम कट्टर ईमानदार पार्टी है हमने पंजाब में हमारे मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मिले तो हमने तत्काल उनका इस्तीफ़ा ले लिया आम आदमी पार्टी का जन्म ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हुई है व जनता हम पर बेहद भरोसा कर रही है उन्होंने देश मे बढ़ती महंगाई को लेकर कहा कि केंद्र सरकार देश मे महंगाई रोकने में नाकाम हैं व देश मे बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है जिस पर केंद्र सरकार कोई सार्थक कदम नही उठा रही है। चीन के द्वारा लगातार विस्तार वादी नीति अपनाते हुए हमारे सैनिक पर चीनी सरकार हमला करवा रही है बावजूद इसके केंद्र सरकार चीन के साथ अपना व्यापार जारी रखा हुआ है जबकि हम अपने देश मे उत्पादन को प्राथमिकता नही दे रहे है हमे अपने देश मे निर्मित वस्तुओं का उपयोग करना होगा चाहे वह हमें महंगे में ही क्यों न मिले हम अपने सैनिकों के साथ के सम्मान में व चीन में बनी वस्तुओ का उपयोग न करके हम उनके इस रवैये को रोके व अपने अपने देश के सैनिकों के सम्मान चीनी मे बनी वस्तुओं बहिष्कार करें।अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे विजन पार्टी के लिए नहीं बल्कि देश है,जिसके लिए कट्टर देशभक्ति, कट्टर ईमानदारी व इंसानियत तीन स्तंभ हैं।उन्होंने यह भी कहा कि आगामी समय में जिन जिन प्रदेशों में चुनाव होंगे,सभी प्रदेशों में पार्टी प्राथमिकता के साथ चुनाव लड़ेगी।
चूंकि आगामी 2023 में छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव है इसलिए यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय संगठन महामंत्री व राज्यसभा सांसद डॉ. सन्दीप पाठक, चुनाव प्रभारी व दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय एवं प्रदेश प्रभारी संजीव झा के मार्गदर्शन में अभियान चलाए जाएंगे।
बैठक में छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी सहित कौंसिल के निर्वाचित सदस्य कमल नायक,हरेश चक्रधारी, प्रथमेश मिश्रा, जगन्नाथ महिलांग, अंजोरदास धृतलहरे , तरुणा बेदरकर , सत्येंद्र यादव , दीपक आरदे, बिन्देश राठौर, रमाशंकर मिश्रा ,भरत दुबे शामिल हुए।इनके अलावा पार्टी के पूर्व सहसंयोजक सूरज उपाध्याय, पूर्व संगठन मंत्री भानुप्रकाश चंद्रा,पूर्व प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल व ओबीसी विंग के पूर्व उपाध्यक्ष शीत चन्द्राकर विशेष रूप से उपस्थित हुए।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के सभी पदाधिकारियों की राजधानी रायपुर वापसी 20 दिसम्बर को होगी, जिनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदार तैयारी की जा रही है।