’जनशिकायतों एवं समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर निराकृत करने जिला अधिकारियों को निर्देश’

 – ’अनियमितता बरतने वाले पंचायत सचिवों, रोजगार सहायकों पर सेवा समाप्ति और लगातार अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर करें निलंबन की कार्रवाई’

– ’सामाजिक अंकेक्षण के समय विभागीय अधिकारी अभिलेख के साथ रहें उपस्थित’

–  ’कृषि विभाग रबी फसलों के लिए लक्ष्य बनाकर गौठानों से करें खाद का उठाव’

– ’कलेक्टर ने ली साप्ताहिक समय सीमा की बैठक’

गौरेला पेंड्रा मरवाही, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उपलब्धियों और जनशिकायतों एवं जनसमस्याओं के प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने तीन माह से पहले के और तीन माह के बाद के प्रकरणों को वर्गीकृत कर प्राथमिकता के साथ गंभीरता से निराकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने मनरेगा के कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण के समय विभागीय अधिकारियों को अभिलेख के साथ अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने कहा। उन्होने पंचायत सचिवों एवं रोजगार सहायको के विरूद्ध अनियमितता, अनुशासनहीनता, फर्जी आहरण, फर्जी मस्टर रोल आदि की शिकायत मिलने पर तत्काल जांच कराने और शिकायत सही पाए जाने पर उनकी सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए। इसी तरह शालाओं में लगातार लंबे समय तक अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को भी निलंबित करने के निर्देश दिए। उन्होने ऐसे प्रकरण जिनका निराकरण जनपद स्तर पर नहीं होगा उसे अपने अभिमत के साथ उच्च विभाग को अग्रेषित करने सभी जनपद सीईओ को निर्देश दिए।             कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर खरीदी, कम्पोस्ट निर्माण एवं उठाव की जनपदवार समीक्षा की। उन्होंने रबी फसलों के लिए लक्ष्य बनाकर गौठानों से खाद का उठाव कराने कृषि विभाग को निर्देश दिए। इसके साथ ही वन, उद्यानिकी एवं अन्य विभागों तथा किसानों से भी खाद का उठाव कराने कहा। उन्होने चारागाहों में चारा उत्पादन, गौठानो के अंदर सामुदायिक बाड़ी विकास एवं नरवा विकास के साथ ही जिन गौठानों-चारागाहों में सोलर पंप लगना है, उनका प्रस्ताव जिला क्रेडा अधिकारी को प्रस्तुत करने कहा।
            कलेक्टर ने आगामी शैक्षणिक सत्र से जिले में प्रस्तावित पांच विद्यालयों का उन्नयन कर वहरं स्वामी आत्मानंद हिन्दी-अंग्रेजी माध्यम विद्यालय (सेजेस) प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इसके तहत तीन-तीन लैब के साथ ही पुस्तकालय, बच्चों एवं स्टाफ के लिए अलग-अगल शौचालय, आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त कमरे, साफ-सफाई तथा रंग रोगन कराने कहा। सेजेस के लिए प्रस्तावित विद्यालयों में पेंड्रा, धनौली, कोटमी, भर्रीडांड एवं सिवनी शामिल हैै।
            समीक्षा के दौरान अविवादित नामांतरण का निराकरण, नक्शा नवीनीकरण, नक्शा बटांकन, जर्जर शाला भवनों का विघटन एवं नवीन भवन का प्रस्ताव, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, आयुष्मान कार्ड, केसीसी एवं ई-केवाईसी, आंकलन शिविर के माध्यम से निःशक्तजनों का सत्यापन, जल जीवन मिशन एवं जलशक्ति अभियान के तहत चल रहे कार्याे में प्रगति लाने के साथ ही विभाग प्रमुखों को बकाया बिजली बिल का शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिए। बैठक में वनमण्डलाधिकारी श्री सत्यदेव शर्मा, अपर कलेक्टर श्री बीसी एक्का, परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री आर के खूंटे सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।

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