CG News: सीएम बघेल का रमन को गेड़ी दौड़ चैलेंज, बोले-हो जाए एक बार साथ-साथ
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। हरेली पर मुख्यमंत्री निवास सहित भाजपा कार्यालय और प्रदेशभर में नेताओं ने गेड़ी चढ़कर इंटरनेट मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया। पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने गेड़ी दौड़ का एक वीडियो पोस्ट करके छत्तीसगढ़ी में लिखा है। विरोधी मन मुंह चुचुवात हे, भाजपा ये दारी छत्तीसगढ़ में विकास लात हे। जय भाजपा, तय भाजपा।
इस पोस्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाब देते हुए डा रमन को गेड़ी दौड़ का चैलेंज दे दिया है। मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट किया कि वेरी गुड, बहुत सही, धीरे-धीरे डाक्टर साहब सीख रहे हैं। संतोष है कि कम से कम भाजपा के लोग छत्तीसगढ़िया संस्कृति केा अपनाने लगे हैं। अभी आपके लोग भौरा चलाते और गिल्ली-डंडा खेलते भी दिखेंगे।
उम्मीद है कि कभी खुद का भी वीडिया, फोटो डालेंगे। क्या कहते हैं डा रमन सिंह जी, हो जाए गेड़ी दौड़ एक बार साथ में। वैसे भी प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का माहौल है। जवाब का इंतजार रहेगा। जय छत्तीसगढ़ महतारी।
वहीं, विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ियावाद का आरोप अगर भाजपा लगा रही है, तो जी हां, हमें गर्व है। हम अपनी संस्कृति को जी रहे हैं। गेड़ी चढ़ रहे हैं, हरेली मना रहे हैं, भौरा नचा रहे हैं।
भाजपा को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से परहेज है। सीएम हाउस में कार्यक्रम हो रहा है, तो इनको पीड़ा हो रही है। यदि उनका प्रेम होता तो 15 साल में दिखाई देता। यदि उनको प्रेम होता तो हम पर छत्तीसगढ़ियावाद का आरोप नहीं लगाते।
गौरतलब है कि डा रमन और भाजपा नेताओं ने जिस वीडियो को ट्वीट किया है, उसमें कांग्रेस, आप और भाजपा के बीच गेड़ी दौड़ को दिखाया जा रहा है, जिसमें भाजपा की जीत हो रही है। अंत में राहुल गांधी के उस बयान को शामिल किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बाय-बाय, टाटा, गया।
अब तो मोदी वर्सेज इंडिया हो गया
यूपीए का नाम बदलकर इंडिया रखने पर भाजपा नेताओं के सवालों का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाब दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के सभी कार्यक्रमों का नाम अंग्रेजी में है। यह स्टैंडअप इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया जैसे कार्यक्रम करते हैं।
भाजपा नेता बताएं कि यह किससे प्रेरित हैं। अब ताे इंडिया वर्सेज मोदी हो गया है। एक तरफ इंडिया है, दूसरी तरफ मोदी है। सीएम ने एनडीए के दलों को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन 38 दलों को एकत्र किए हैं, उनके नाम भी लोग नहीं बता सकते। 26 के नाम तो पत्रकार बता सकते हैं, लेकिन बाकी का नाम उनको भी नहीं पता है।