गौठानों में गोबर खरीदी: कन्वर्जेंस रेट बढ़ाने पर कलेक्टर ने दिया जोर

धमतरी . गोधन न्याय योजना के तहत जिले में गोबर खरीदी, वर्मी खाद निर्माण और उसके विक्रय की समीक्षा करने कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने आज सुबह बैठक लेकर साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने जिन गौठानों में कन्वर्जेंस दर कम हैं, उनमें आनुपातिक रूप से वृद्धि करने के निर्देश देते हुए गोबर खरीदी के साथ-साथ वर्मी खाद निर्माण में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। साथ ही गौठानों में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने और अभियान चलाकर गौठानों में पैरा संग्रहित करने की बात कलेक्टर ने इस दौरान कही।
    कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज सुबह 9.30 बजे से आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि खरीदे गए गोबर का समुचित निस्तारण करते हुए समुचित प्रबंधन के भी निर्देश सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए। साथ ही गोबर खरीदी से लेकर कम्पोस्ट विक्रय तक सभी कार्यों की सतत् मॉनीटरिंग करने और किसी प्रकार की समस्या आने पर उच्च कार्यालय को सूचित करते हुए उसका निराकरण करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायतों, नगर पंचायतों और नगर निगम धमतरी में अब तक की गई गोबर-खरीदी की गौठानवार समीक्षा करते हुए सभी सक्रिय गौठानों में गोबर खरीदी और कम्पोस्ट निर्माण के साथ-साथ विक्रय पर भी फोकस करने के निर्देश सभी नोडल अधिकारियों को दिए। नगर पंचायत भखारा के गौठान में सबसे कम कन्वर्जेंस दर पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने अगली बैठक तक 20 प्रतिशत या उससे अधिक की वृद्धि लाने के निर्देश दिए। इसी तरह कम कन्वर्जेंस वाले अन्य गौठानों में दर में बढ़ोतरी करने के लिए निर्देशित किया। इसके अलावा किसानों से पैरादान कराने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने और किसी भी हाल में खेतों में पराली नहीं जलाने देने के लिए लगातार मॉनीटरिंग करने के निर्देश कृषि विभाग के मैदानी अमलों को दिए। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया ने गौठानों में उपलब्ध संसाधनों की विकासखण्डवार समीक्षा करते हुए गौठान समिति, पंचायत सचिव तथा कृषि एवं संबद्ध विभागों से परस्पर समन्वय स्थापित कर कमियों को दूर करने और सभी सक्रिय गौठानों में औसतन दो क्विंटल प्रतिदिन के मान से गोबर खरीदी करने के निर्देश दिए। इसके अलावा प्रत्येक गौठान में अभियान चलाकर किसानों से पैरादान करने और उसे समुचित रखरखाव के साथ संग्रहित करने के निर्देश दिए।
    बैठक में उप संचालक कृषि ने बताया कि वर्तमान में कुल 345 सक्रिय गौठान हैं जिनमें 337 ग्रामीण एवं 08 गौठान शहरी क्षेत्र में स्थित हैं जहां योजना के तहत अब तक कुल 4 लाख 56 हजार 210 क्विंटल गोबर खरीदा जा चुका है। इसमें से 83 हजार 13 क्विंटल वर्मी खाद तैयार कर 61 हजार 676 क्विंटल का विक्रय किया गया है जो कुल तैयार की गई खाद का 74 प्रतिशत है। इसी प्रकार गोमूत्र खरीदी की जानकारी देते हुए बताया गया कि जिले के दो गौठान सारंगपुरी और भटगांव में अब तक कुल 723 लीटर गोमूत्र खरीदकर उससे कीट नियंत्रक और वृद्धिवर्धक तैयार कर 573 लीटर गोमूत्र बेचा गया, जिससे लगभग 23 हजार रूपए की आय अर्जित हुई। गौठानों में पैरा संग्रहण के बारे में बताया गया कि 261 गौठानों में अब तक 1024 ट्रॉली पैरा संग्रहित किया गया है जिसका अनुमानित संग्रहण लगभग 1041 टन है। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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