मिलिए 59 साल की महिला बाइक राइडर से
जिस उम्र में लोग बुढ़ापे की दहलीज पर होते हैं डॉ नीता खांडेकर समाज की सोच को बदल रहीं हैं। 59 साल की नीता एक प्रोफेशनल बाइक राइडर हैं। देश की कई ऊंची खतरनाक पहाड़ी सड़कों पर हैवी मोटर साइकल ड्राइव करती हैं। अब इंदौर से बाइक चलाकर रायपुर पहुंची हैं। आजादी के 75 साल पूरे होने पर इनके साथ 75 बाइक राइडर की पूरी टीम भी पहुंची है। जिसमें 11 लेडी बाइक राइडर भी शामिल है। जो फिट इंडिया का मैसेज पूरे भारत देश में दे रहे हैं। रायपुर के पड़ाव पर आने के दौरानी डॉ नीता ने अपनी दिलचस्प जर्नी शेयर की।
पेशे से डॉ नीता इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सोयाबीन रिसर्च में डायरेक्टर हैं। उन्होंने बताया कि जब मैंने बाइकिंग शुरु की तो कई लोगों ने कहा ये तो रिटायरमेंट का समय है आप ये क्या कर रही हो। तब मैंने किसी की बात पर ध्यान न देते हुए अपने सपने को जीया। मेरे हसबैंड अब इस दुनिया में नहीं है। मेरे ससुराल वालों ने मुझे एनकरेज किया कि मैं अपने पैशन को पूरा करूं।
मेरी बेटी की ट्यूटर बाइकर है। मैंने उसके साथ प्रैक्टिस की। इसके बाद टूरिज्म और महिला सशक्तिकरण के मैसेज लेकर नीता कई बाइक टूर कर चुकी हैं। ग्रुप में नीता सबसे ज्यादा उम्र की बाइकर्स में से हैं। वो कहती हैं उम्र का एहसास नहीं हुआ। सबके साथ ऐसा लगा जैसे मैं सारे बाइकर्स को पहले से जानती हूं। मेरा यह मानना है कि महिलाएं अपनी इच्छाओं को न दबाएं। मैंने 54 की उम्र में ट्रैकिंग शुरु की। इसलिए अपने सपने को पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती। नीता ने लेह-लद्दाख और नार्थ ईस्ट में राइडिंग की है। पहाड़ों में अचानक मौसम बिगड़ जाना, बाइक ब्रेकडाउन होना, कीचड़ वाली फिसलन सड़क, खतरनाक मोड़ पर साथियों का एक्सीडेंट होना जैसी घटनाओं ने भी इनका हौसला नहीं तोड़ा
उम्र केवल एक नम्बर है- नीता
आगे नीता ने कहा हर किसी को अपना सपना पूरा करना चाहिए। उम्र केवल एक नंबर है। शरीर से पहले आप दिमाक से बूढ़े हो जाते हैं। मेरे जीवन में आने वाले चैलेंजो से लड़ने के लिए मैं हमेशा तैयार रहती हूं। जिंदगी में रोमांच जरूरी है वरना जीवन बोरिंग हो जाएगा। हमारे देश में ऐसे कई बाइक राइडर है जो बाइक से देश विदेश घुमना चाहते है। उन्हें अपने सपने पूरे करने में देर नही करनी चाहिए। साथ ही यंगस्टर्स को हेलमेट जरूर पहनना चाहिए। आप बाइक से लंबी दूरी तय कर रहे है तो आपको नी गार्ड,एल्बो गार्ड प्रोटेक्शन ग्लब्स,शूज जैसे राइडिंग गेयर भी प्रयोग करना चाहिए। इस बाइक राइडिंग टीम में इंदौर निवासी 66 साल के दिलीप चौहान भी है।
छत्तीसगढ़ की डॉक्टर नम्रता सिंह भी है ग्रुप में
भिलाई की नम्रता ने लांग राइडिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली महंगी प्रोफेशनल बाइक की कई खासियत बतायी। उन्होंने बताया की हैंड सेफ्टी के लिए लीवर गार्ड,पैरों और इंजन की सेफ्टी के लिए क्रश गार्ड,शेडल बैग स्टैंड जिसमें कपड़े,फर्स्ट एड किट,टॉप बॉक्स जिसमें रिपेरिंग टूल्स रखते है। इसके अलावा फ्रंट विंड शील्ड जो तेज हवाओं से बचाती है और फॉग लैंप जिससे रात के समय सड़के दूर तक दिखती है।
75 दिन तक हजारों किलोमीटर का सफर
जम्मू-कश्मीर के राइडर हरप्रीत सिंह ने बताया देश के अलग अलग राज्यों से इसमें राइडर शामिल है। जिसे 9 सितम्बर को गृहमंत्री अमित शाह ने इन्हें फिट इंडिया मूवमेंट के तहत ग्रीन फ्लैग दिखाकर रवाना किया था। ये टीम 28 राज्यों के 75 आइकॉनिक प्लेस और 6 इंटरनेशनल बॉर्डर चीन ,नेपाल,भूटान,म्यांमार,बांग्लादेश और पाकिस्तान से होकर गुजरेगी। रायपुर में इनका 48 वां दिन है। इस पूरे कार्यक्रम का उद्देश्य देश में भाईचारे को बढ़ावा देना और अच्छे स्वास्थ्य के लिए फिट इंडिया कार्यक्रम से लोगों को प्रेरित करना है। ये ग्रुप 18 हजार किलोमीटर का सफर तय करेगा।