बेहतर इलाज, असरकारक निःशुल्क दवाईयों, और हाट में ही इलाज मिलने से लोगों के बीच हाट बाजार क्लीनिक योजना की बढ़ी मांग, 35 से बढ़कर 42 हाट बाज़ारों में मिलेगी मेडिकल सुविधाएं’

’विगत 4 माह में 41 हजार से अधिक को मिला निःशुल्क जांच एवं दवाईयों का लाभ’

कोरिया. दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की आसान पहुंच हेतु शुरू की गई छत्तीसगढ़ शासन की हाट बाजार क्लिनिक योजनांतर्गत साप्ताहिक हाट बाज़ारों में डेडिकेटेड वाहनों के माध्यम से निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, जांच एवं असरकारक दवाइयों से लोगों को उत्तम स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है।
जिले में अब तक 35 हाट बाजारों के माध्यम से लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचायी जा रही थी, इसकी लोकप्रियता और मांग को देखते हुए कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देश पर वर्तमान में हाट बाज़ारों की संख्या में वृद्धि की गई है, जिसके तहत 07 नवीन हाट बाज़ारों को चिन्हांकित किया गया है। अब कुल 42 हाट बाज़ारों में मोबाइल मेडिकल यूनिट के द्वारा लोगों का इलाज किया जाएगा।
’ये हैं 07 नवीन हाट बाजार, जहां लोगों को मिलेंगी सुविधाएं-’
विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के साप्ताहिक हाट बाजार चरचा में प्रत्येक रविवार तथा सलका में मंगलवार, विकासखण्ड भरतपुर के कटवार में गुरुवार, विकासखण्ड खड़गवां के पोंड़ी में गुरुवार तथा बंजारीडांड में शनिवार, विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के ढुलकु में मंगलवार तथा विकासखण्ड सोनहत के कटगोड़ी में गुरुवार को लोगों को हाट बाजार क्लीनिक के माध्यम से निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
’विगत 4 माह में 41 हजार से अधिक को मिला निःशुल्क जांच एवं दवाईयों का लाभ’
योजना के तहत साप्ताहिक हाट बाजारों में डेडिकेटेड वाहनों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले में आयोजित 608 हाट बाज़ारों में पहुंच प्रति हाट बाजार 67.55 के औसत से लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाया। 1 अप्रैल 2022 से अब तक कुल 41 हजार 72 मरीजों का परीक्षण कर उपचार किया गया, जिनमें 41 हजार 163 का टेस्ट कर निःशुल्क दवाइयां दी गई। वहीं 54 जरूरतमंदों को इलाज हेतु जिला अस्पताल रेफर किया गया।
’रतनपुर हाट बाजार में इलाज हेतु पहुंचे शिवनारायण तथा मोहित, नियमित जांच और निःशुल्क दवाईयों से मिली राहत’
हाट बाजार रतनपुर में पेट दर्द और कमर दर्द की समस्या लेकर पहुंचे 48 वर्षीय शिवनारायण बताते हैं हाट बाज़ार क्लीनिक में उनका बीपी, शुगर तथा हीमोग्लोबिन की जांच की गई। हीमोग्लोबिन कम पाए जाने पर डॉक्टरों ने मुझे निःशुल्क दवाइयां दी तथा खान-पान सम्बन्धी सलाह दी। दवाइयों से मुझे अब पहले से बेहतर महसूस हो रहा है। वहीं हाई बीपी तथा सर दर्द की समस्या से पीड़ित 51 वर्षीय मोहित विश्वकर्मा ने बताया कि डॉक्टरों द्वारा दी गयी दवाइयों से मुझे राहत मिला है, अब मैं नियमित रूप से हाट बाजार में इलाज करवा रहा हूं।

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