पंचायतों में रोका-छेका अभियान के तहत पशुओं का उचित रख-रखाव की व्यवस्था

गरियाबंद. जिले के छुरा विकासखण्ड अन्तर्गत शासन की महत्वकांक्षी योजना के सुचारू रूप से संचालन के लिए निरन्तर बेहतर प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायतों में रोका-छेका अभियान के तहत पशुओं का उचित रख-रखाव की व्यवस्था की गई है। जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर.के. ध्रुव ने बताया कि विकासखण्ड छुरा के कुल 74 ग्राम पंचायतों में से 56 ग्राम पंचायतों के कुल 64 ग्रामों में गौठान की स्वीकृति प्राप्त हुई है। शेष 18 ग्राम पंचायतों में 10 वन विभाग को ग्राम पंचायत द्वारा गौठान हेतु प्रस्तावित किया गया है, 8 ग्राम पंचायतों में 2 ग्राम पंचायतों का तहसील में अतिक्रमण मुक्त करने हेतु प्रकरण दर्ज है, 5 ग्राम पंचायतों राजस्व भूमि में चिन्हांकन की कार्यवाही किया जा रहा है। स्वीकृत गौठानों में विभिन्न प्रकार की आजीविका संबंधी कार्य व अधोसंरचना का निर्माण किया गया है (वर्मी टंका, कोटना / अजोला टंका, नाडेप, पशु शेड/मुर्गी शेड/बकरी शेड) गौठानों में मवेशियों के पानी की व्यवस्था के लिए गौठानों में बोर खनन कराया गया है एवं चारा व्यवस्था के लिए चारागाहो में हरा चारा उत्पादन हेतु चारा विकास कार्य किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में रोका छेका अभियान चलाकर आवारा पशुओं एवं ग्रामीण पशुपालकांे के खुले में घुम रहे पशुओं की उचित रख-रखाव की व्यवस्था किया जा रहा है। सभी ग्राम पंचायतों एवं आश्रित ग्रामों में रोका-छेका अभियान चलाकर रोका-छेका कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सरपंचों एवं सचिवों को निर्देशित किया गया है। जिले के अन्य विकासखण्डों की भांति छुरा विकासखण्ड में भी शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं का सुचारू रूप से संचालन किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button