दबा सकते मेरे बेटे की आवाज: पिता बलकौर सिंह, सिद्धू मूसेवाला के 1.60 करोड़ हुए लोअर्स
चंडीगढ़. दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पेरेंट्स ने कहा है कि उनके बेटे की आवाज दबाई नहीं जा सकती है। मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने कहा कि हत्यारे मेरे बेटे को शांत करना चाहते थे लेकिन उसकी आवाज और ज्यादा दूर तक पहुंची है। बलकौर का यह बयान गैंगेस्टर गोल्डी बरार के वीडियो जारी करने के कुछ दिनों बाद आया है। वीडियो में बरार ने दावा किया था कि मूसेवाला ने अपनी जान बचाने के लिए 2 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।
मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने मनसा के मूसा गांव में अपने बेटे की प्रतिमा का उद्घाटन किया। यह मूर्ति वहीं लगाई गई है, जहां उसका अंतिम संस्कार हुआ था। इस दौरान उन्होंने कहा कि “मेरा बेटा एक शेर था जो आजादी से घूमता था। उसने अपने हत्यारों की तरह अपना चेहरा नहीं छिपाया।”
‘बेटा घमंडी नहीं था, उसने लोगों की मदद की’
मूसेवाला की मां चरण कौर ने कहा, “मेरे बेटे में एटिट्यूड डेवलप हुआ था, लेकिन वह उस वक्त जरूर होता है जब आप जमीनी स्तर से आगे बढ़े हों और अपनी पहचान बनाई हो। वह घमंडी नहीं था। दूसरों के कष्ट देखकर उसे दुख होता था। उसने लोगों को इलाज कराने के लिए लाखों रुपये बांटे थे।”
और ज्यादा मजबूत हुई बेटे की आवाज: पिता
गैंगस्टर बरार मूसेवाला मर्डर केस का एक मास्टरमाइंड है। सिंगर की हत्या मंसा जिले में 29 मई को गोली मारकर की गई थी। गैंगस्टर के दावे पर क्रोध जाहिर करते हुए बलकौर सिंह ने कहा, “सोशल मीडिया पर मेरे बेटे के फॉलोअर्स की संख्या 16 मिलियन पहुंच गई है। वो उसकी आवाज को शांत करना चाहते थे लेकिन वह और भी ज्यादा मजबूत हो गया है। मेरा बेटा गैंगस्टर्स की धमकियों से कभी नहीं डरा।”
मूसेवाला कोई शहीद नहीं: गोल्डी बरार
गैंगस्टर बरार ने अपने वीडियो में कहा था कि ‘वह (मूसेवाला) शहीद नहीं है। अपने गानों के जरिए उसने अपनी छवि बनाई। वह बार-बार गलतियां करता रहा, जिसके लिए उसे दंडित किया गया। हमने भारतीय न्याय प्रणाली के एक्शन लेने का इंतजार किया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कानून आम लोगों के लिए है, बड़े सितारों, नेताओं और उनके दोस्तों के लिए नहीं।’