छत्तीसगढ़: ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर की थी प्रेमिका की हत्या, 36 घंटे के भीतर प्रेमी गिरफ्तार
रायगढ़। पुलिस ने अंधे कत्ल का 36 घंटे के भीतर पर्दाफाश किया है. जनकारी के मुताबिक भूपदेवपुर पुलिस को सूचना मिली कि रायगढ़-खरसिया हाइवे के ग्राम चारभांठा दर्राडोली के पास एक अज्ञात महिला उम्र करीब 30-35 वर्ष का शव पड़ा है । सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी भूपदेवपुर निरीक्षक अमित शुक्ला अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे । पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीना के निर्देशन पर एडिशनल एसपी लखन पटले, एसडीओपी खरसिया निमिषा पांडेय, चौकी प्रभारी खरसिया उप निरीक्षक नंद किशोर गौतम, सायबर सेल, डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचे । ग्राम चारभांठा का घनश्याम पटेल (प्रार्थी/रिपोर्टकर्ता) बताया कि गांव के भूनेश्वर पटेल के खेत के पास जहां पैरा रखा है वहां एक 25-30 वर्ष की महिला पैरा के ऊपर निर्वस्त्र पडी थी, नजदीक जाकर देखे तो गले में कोई धारदार हथियार से गला को काटने का निशान दिखा एवं खून बहकर सूख गया है । शव से कुछ दुरी में रेल्वे टिकिट एवं देशी प्लेन शराब व गोवा अंग्रेजी शराब का खाली शीशी एवं पन्नी पडा है कुछ दूरी में सामान जलने का निशान दिख रहा है । थाना भूपदेवपुर में अज्ञात आरोपी पर अपराध क्रमांक 08/2022 धारा 302 IPC का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन पर घटना के बाद से एसडीओपी खरसिया थाना भूपदेवपुर, चौकी खरसिसया एवं साइबर सेल स्टाफ के साथ कैम्प कर घटना के हर पहलुओं पर बारीकी से जांच पड़ताल किया गया । शव के परीक्षण पर मृतिका के दाहिने हाथ में “अनूप कुमार” गोदना से लिखा था तथा रेल्वे के टिकट बेलपहाड़ का मिला था । वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर तत्काल पुलिस की एक टीम बेलपहाड़ ओडिशा रवाना हुई गोदना पर लिखे अनूप कुमार नाम के व्यक्ति एवं मृतिका का फोटो दिखाकर वारिशानों की पतासाजी की गई जिसमें मृतिका के बसंती भरा सागर पति स्व. अनूप भरा सागर उम्र 37 वर्ष निवासी प्रेमनगर वार्ड क्रमांक 28 चक्रधरनगर जिला रायगढ़ हाल मुकाम बेलपहाड़ वार्ड क्रमांक 07 जिला झारसुगुडा ओडिशा के होने की जानकारी स्पष्ट हुई, घटनास्थल पर मिले साक्ष्य, गवाहों एवं आसपास के सीसीटीवी फुटेज पर चारभांठा के फत्ते सिंह के साथ मृतिका को देखे जाने के सबूत मिले जिस आधार पर फत्ते सिंह को संदेह पर लेकर पूछताछ किया गया । पुलिस को काफी गुमराह करने के बाद आखिरकार उसने सच कबूला और अंतरंग रिस्ते से परेशान होकर बसंती भरा सागर की हत्या करना कबूल किया ।