मोदी सरकार ने दी द्रौपदी मुर्मू को Z+ सुरक्षा

जयपुर. विगत 20 जून मंगलवार को राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार घोषित होने के एक दिन बाद द्रौपदी मुर्मू ने यहाँ Odisha के रायरंगपुर के जगन्नाथ मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। वहीं यहां पूजा करने से पहले मुर्मू ने शिव मंदिर में झाड़ू भी लगाई। इसके पहले केंद्र की मोदी सरकार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए घोषित की गईं प्रत्याशी और झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में मंगलवार की देर शाम को झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को देश के अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया गया है। मुर्मू जब मंदिर में पहुंची तो उनके साथ पूरा सुरक्षा बल मौजूद था।

समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई है। अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के साथ आज से ही सशस्त्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों द्वारा चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे। बता दें कि आगामी 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होना है और इसके लिए 29 जून तक नामांकन प्रक्रिया जारी रहेगी। विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया गया है।
एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार की सुबह ओडिशा के रायरंगपुर स्थित शिव मंदिर में झाड़ू लगाकर साफ-सफाई की। झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रायरंगपुर के जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही, उन्होंने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद भाजपा, प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं को आभार जताया।
एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार की सुबह ओडिशा के रायरंगपुर स्थित शिव मंदिर में झाड़ू लगाकर साफ-सफाई की। झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रायरंगपुर के जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही, उन्होंने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद भाजपा, प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं को आभार जताया।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है। विपक्षी उम्मीदवार के रूप में सिन्हा के नाम की घोषणा के बाद अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होना अब तय माना जा रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की आंतरिक मजबूती की खूबसूरत और अद्भुत कहानी हैं। पार्षद के रूप में राजनीतिक सफर शुरू करने वाली द्रौपदी का बतौर अनुसूचित जनजाति वर्ग (एसटी) से देश का पहल और बतौर महिला दूसरा राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है। ओडिशा के बेहद पिछड़े और संथाल बिरादरी से जुड़ी 64 वर्षीय द्रौपदी के जीवन का सफर संघर्षों से भरा रहा है। आर्थिक अभाव के कारण महज स्तानक तक शिक्षा हासिल करने में कामयाब रही द्रौपदी ने पहले शिक्षा को अपना कॅरिअर बनाया। इससे पहले ओडिशा सरकार में अपनी सेवा दी। बाद में राजनीति के लिए भाजपा (BJP) को चुना और इसी पार्टी की हो कर रह गई।
बता दें कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने मंगलवार की देर शाम को झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है। मंगलवार की देर शाम को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की। पिछले राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा ने दलित नेता रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीदवार बनाया था। इस बार एक आदिवासी नेता को इस पद के लिए उम्मीदवार बनाकर समाज में एक संदेश देने की कोशिश की है। हालांकि, पिछली बार के राष्ट्रपति चुनाव समय भी इस पद के उम्मीदवार के तौर पर द्रौपदी मुर्मू के नाम पर चर्चा की गई थी।

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