चुनावी चक्कर: ज्योतिषियों के संपर्क में नेता
राहुकाल में विफल होगी सभा, शुभ समय में जुटेगी भीड़
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिध)। राहुकाल में सभा की तो सफलता नहीं मिलेगी। मतदाता के मन में भ्रांतियां होंगी। नेताओं के भाषण असरदार नहीं होंगे। मतदाता नाराज भी हो सकता है। शुभ चौघड़िए में हुई बैठक में खूब भीड़ जुटेगी। शुभ फल मिलेगा। पार्षद प्रत्याशियों को ज्योतिषी इसी तरह सलाह दे रहे हैं। नेता घर से निकलने के पहले चौघड़िया देखते हैं। दौरे में सफलता मिले, इसलिए अभिमंत्रित यंत्र ले जाते हैं।
चुनाव जीतने के लिए लच्छेदार भाषण और बड़े-बड़े वादे ही पर्याप्त नहीं हैं। बल्कि ज्योतिषी की सलाह ज्यादा मायने रखने लगी है। पार्षद प्रत्याशी ज्योतिषियों से राय लिए बगैर घर से बाहर कदम नहीं रख रहे हैं। ज्योतिषी विजय अड़िचवाल के मुताबिक प्रचार के पहले कई प्रत्याशी शुभ घड़ी के बारे में सलाह लेते हैं। राहुकाल में दोष रहता है। इसलिए असफलता का अंदेशा रहता है। ज्योतिषी राहुकाल में शुभ कार्य करने की सलाह नहीं देते। शुभ कार्य के लिए शुभ-लाभ, चंचल, अमृत चौघड़िया अच्छे परिणाम देता है। कई नेता तो चौघड़िया ही नहीं, बल्कि ज्योतिषियों द्वारा बताए गए टोटके भी कर रहे हैं। घर से निकलने के पहले मां, पत्नी या बेटी से विजय तिलक लगवाकर आरती करवाते हैं। गुड़-धनिया खाने के बाद ही कदम बाहर रखते हैं। ज्योतिषियों के बताने पर ईष्ट देव की पूजा, गुरुमंत्र का स्मरण व अभिमंत्रित यंत्र जेब में रखते हैं।
गाय और कलश को मानते हैं शुभ संकेत
नेता छोटी-छोटी बातों का भी ध्यान रख रहे हैं। अगर अचानक सामने गाय आ जाए तो दायीं तरफ से निकलते हैं। उनके लिए गाय से सामना होना शुभ है। इसी तरह कलश लिए कन्या मिले तो पैर छूकर दक्षिणा देते हैं। यह भी अच्छा शगुन माना जाता है।