हिन्दुजा ग्रुप के इन शेयरों को भी ले डूबा इंडसइंड बैंक, 21000 करोड़ का हो गया नुकसान

डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में विसंगतियां (discrepancies) का खुलासा होने के बाद कल इंडसइंड बैंक का शेयर 27 फीसदी गिर गया. डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में विसंगतियां (discrepancies) के चलते बैंक ने ₹1,577 करोड़ या अपनी कुल नेटवर्थ का लगभग 2.35% नुकसान होने की आशंका जताई है. इंडसइंड बैंक शेयर के औंधे मुंह गिरने का असर हिन्दुजा ग्रुप के दूसरे शेयरों पर भी हुआ और समूह के 6 में से पांच स्टॉक्स मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए. इससे समूह का बाजार पूंजीकरण में 21000 करोड़ की गिरावट आई. हिंदुजा ने इस समस्या को “रूटीन” बताया और यह भी माना कि निवेशकों की चिंता सही है कि उन्हें पहले क्यों नहीं बताया गया.
इंडसइंड बैंक में 27% की गिरावट के बाद अशोक हिंदुजा ने CNBC-TV18 के के साथ बातचीत में कहा था कि शेयरधारकों से घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में विसंगतियां को न तो तो ऑडिटर और न ही रेगुलेटर ने पकड़ा है, बल्कि खुद इंडसइंड बैंक प्रबंधन ने इसे उजागर किया. उन्होंने यह भी कहा कि प्रमोटर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से अपनी हिस्सेदारी 15% से बढ़ाकर 26% करने की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं और जैसे ही RBI से मंजूरी मिलेगी, बैंक में तुरंत पूंजी निवेश किया जाएगा.
कौन सा शेयर कितना गिरा
इंडसइंड बैंक शेयर कल 27.02 फीसदी की गिरावट के साथ बीएसई पर ₹657.25 पर बंद हुआ. यह वही स्तर है, जिस पर इंडसइंड बैंक नवंबर 2020 की शुरुआत में कारोबार कर रहा था. अशोक लीलैंड ₹200 पर बंद हुआ, जो 3.24% नीचे था. हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस लिमिटेड 3.68% गिरकर ₹500 पर बंद हुआ. GOCL कॉर्पोरेशन लिमिटेड 3.48% गिरकर ₹281.10 पर आ गया. केवल गल्फ ऑयल लुब्रिकेंट्स इंडिया लिमिटेड ही समूह का एकमात्र स्टॉक था जिसने बढ़त दर्ज की. यह 2.29% बढ़कर ₹1216 पर बंद हुआ.
म्यूचुअल फंडों को भारी नुकसान
इंडसइंड बैंक के शेयरों में आई भारी गिरावट से म्यूचुअल फंड निवेशकों को 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. फरवरी तक 35 म्यूचुअल फंड्स के पास इंडसइंड बैंक के 20.88 करोड़ शेयर थे. इनकी कुल वैल्यू 20,670 करोड़ रुपये थी, लेकिन हालिया गिरावट के बाद यह घटकर 14,600 करोड़ रुपये रह गई है. इंडसइंड बैंक में सबसे बड़ी हिस्सेदारी ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की है, जिसका मूल्य फरवरी के अंत 3,778.55 करोड़ रुपये था जो अब घटकर 2671.54 करोड़ रुपये रह गया है.