सेना के घातक हथियारों का प्रदर्शन! जानें 76वें गणतंत्र दिवस पर परेड को लेकर A TO Z जानकारी

26 जनवरी 2025 को भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है. हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड मुख्य आकर्षण का केंद्र रहने वाली है. गणतंत्र दिवस की परेड 26 जनवरी 2025 की सुबह 10:30 बजे शुरू होगी. इस दौरान ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर सैन्य शक्ति और भारतीय सांस्कृति विरासत का शानदार प्रदर्शन होगा.

वाद्य यंत्रों के समूह में पवन और ताल वाद्यों का एक विस्तृत मिश्रण शामिल है, जैसे शहनाई, सुंदरी, नादस्वरम, बीन, मशक बीन, रणसिंघा-राजस्थान, बांसुरी, कराडी मजालु, मोहुरी, शंख, तुतारी, ढोल, गोंग, निशान, चांग, ताशा, संबल, चेंडा, इडक्का, लेजिम, थविल, गुडुम बाजा, तालम, मोनबाह आदि
2. हेलीकॉप्टर्स से फूलों की वर्षा होगी.
3. परेड कमांडर मार्च पास्ट का नेतृत्व करेंगे.
4. परेड सेकंड-इन-कमांड, परेड कमांडर के पीछे चलेंगे.
5. उनके बाद परमवीर चक्र और अशोक चक्र पुरस्कार विजेता चलेंगे.
6. उनके बाद इंडोनेशिया का मार्चिंग दल और बैंड (मुख्य अतिथि का देश) चलेंगे (160 सदस्यीय मार्चिंग दल और 190 सदस्यीय बैंड दल).
7. 61 घुड़सवार सेना – 51 घोड़े

61वीं कैवलरी भारतीय सेना की घुड़सवार इकाई है.
गणतंत्र दिवस परेड में उल्लेखनीय घुड़सवारी कौशल का प्रदर्शन करती है.
इस रेजिमेंट को दुनिया की एकमात्र सक्रिय सेवारत घुड़सवार इकाई होने का गौरव प्राप्त है.

ऑल-टेरेन व्हीकल
स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल
लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल
व्हीकल माउंटेड इन्फैंट्री मोर्टार सिस्टम
क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल (भारी)
क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल (मध्यम)

लंबी दूरी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली.
ब्रह्मोस को भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है.
लगभग 3 मैक की गति (ध्वनि की गति से 3 गुना अधिक).
अपने लक्ष्य के करीब पहुँचकर लगभग 10 मीटर की ऊँचाई पर ही उड़ता है (देखना मुश्किल).
युद्धक्षेत्र निगरानी प्रणाली वाहन – 2

10 मीटर शॉर्ट स्पैन ब्रिज – 2
आकाश हथियार प्रणाली – 2

आकाश एक छोटी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है.
हवाई हमलों से रक्षा करती है.
समूह मोड या स्वायत्त मोड में एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है.
इसमें बिल्ट-इन इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर उपाय (ECCM) सुविधाएं हैं.
पूरे हथियार सिस्टम को मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म पर कॉन्फ़िगर किया गया है.
15. एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर और हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर – 4

एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) 5.5 टन वर्ग का बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टर है.
परियोजना की शुरुआत 1980 के दशक के मध्य में हुई थी और इसकी पहली उड़ान अगस्त 1992 में हुई थी.
हेलीकॉप्टर के विभिन्न प्रकारों जैसे एएलएच एमके-I, एएलएच एमके-II, एएलएच एमके-III और एएलएच एमके-IV रुद्र को पहिएदार और स्किड संस्करणों जैसे विभिन्नविभिन्न विन्यासों में प्रमाणित किया गया है.

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