मई में ही होने लगेगी मॉनसून की बारिश ?
देश के कई राज्यों में गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है. लोग अब गर्मी से निजात पाने के लिए मॉनसून का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच मौसम विभाग ने एक अच्छी खबर दी है. देश में इस साल दक्षिण पश्चिमी मानसून समय से पहले आने की संभावना विभाग ने व्यक्त की है. अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में पहली मौसमी बारिश 15 मई को होने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से यह जानकारी गुरुवार को दी गई जिसके बाद लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली.
केरल में मॉनसून कब आएगा
भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि दक्षिण पश्चिम मानसून के 15 मई 2022 के आसपास दक्षिणी अंडमान सागर और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में पहुंचने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, विस्तारित पूर्वानुमानों में सतत रूप से समय से पूर्व मॉनसून आने की अनुकूल परिस्थितियां बनने और इसके केरल के ऊपर और फिर उत्तर की ओर बढ़ने के संकेत मिले हैं. समय से पहले मॉनसून आने से देश के अधिकतर हिस्सों में लोगों को राहत मिलेगी जो पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से भीषण गर्मी से बेहाल हैं. सामान्य रूप से केरल में मॉनसून का आगमन एक जून को होता है.
मॉनसून की बारिश इस दिन से होगी शुरू
मौसम विभाग ने मॉनसून को लेकर कहा है कि अगले पांच दिन अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है. द्वीपसमूह में 14 से 16 मई के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. विभाग के अनुसार, 15 और 16 मई को दक्षिण अंडमान सागर में हवा 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है.
इधर CYCLONE Asani का असर झारखंड-बिहार और बंगाल में देखने को मिला जिससे लोगों को थोड़ी गर्मी से राहत मिली. ओडिशा में भी तूफान ने असर दिखाया. शुक्रवार को झारखंड के दक्षिणी, उत्तर-पूर्वी व मध्य भाग में मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ बारिश के आसार नजर आ रहे हैं. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि चक्रवात असानी का बिहार, झारखंड में आंशिक असर देखने को मिल सकता है. बिहार के कुछ जिलों में बारिश के बाद मौसम सुहाना बना हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन पश्चिमी-पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सिवान, सारण और वैशाली आदि में थंडर स्टोर्म की स्थिति बन सकती है. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने के भी आसार हैं.