फर्जी कागजों के दम पर आईएएस पूजा खेडकर ने दी UPSC की परीक्षा,पूजा खेडकर का केस उन तमाम युवाओं के लिए एक सबक है

दिल्‍ली हाईकोर्ट से पूर्व ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. आईएएस बनने के लिए पूजा खेडकर ने इतने गड़बड़झाले किए कि जिसने सुना दंग रह गया. पूजा खेडकर का प्रकरण उन तमाम लाखों युवाओं के लिए एक सबक है, जो किसी तरह से सफलता पाना चाहते हैं. जब सच्‍चाई उजागर होती है, तो उसका हश्र बहुत बुरा होता है. फर्जी दस्‍तावेजों के आधार पर 11 बार यूपीएससी परीक्षा देने वाली पूजा खेडकर के आईएएस बनने के बाद भी उनकी यूपीएससी परीक्षा 2022 की दावेदारी तक निरस्‍त हो गई. आइए आपको बताते हैं कि आखिर पूजा खेडकर पर कौन-कौन से आरोप लगे हैं.

बदला माता पिता का नाम
पूजा खेडकर मामले में यूपीएससी की जांच में खुलासा हुआ कि उन्‍होंने यूपीएससी परीक्षा में अधिक अटैप्‍ट पाने के लिए अपना नाम ही नहीं, बल्कि अपने माता पिता का नाम भी बदल दिया था. यूपीएससी ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया था कि पूजा खेडकर के दस्‍तावेजों की शुरूआती जांच में यह बात स्‍पष्‍ट हो चुकी है कि पूजा ने सिविल सर्विसेज परीक्षा यानि सीएसई 2022 के दौरान यूपीएससी के नियमों का पालन नहीं किया है.

 आरोप नंबर 2- पूजा ने उम्र में किया खेल
आरोप है कि पूजा खेडकर ने यूपीएससी परीक्षा देने के लिए फर्जी दस्‍तावेजों के आधार पर अपनी ऐज में फर्जीवाडा किया है और पूजा खेडकर ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज में चयनित होने के लिए मान्‍य अधिकतम सीमा से अधिक बार परीक्षा दी. इसके लिए उन्‍होंने अपनी फोटो/ हस्‍ताक्षर से लेकर ईमेल/ आईडी मोबाइल नंबर तक में बदलाव किया.

आरोप नंबर 3- नॉन क्रीमी लेयर का लिया फायदा
पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्‍होंने ओबीसी का फर्जी सर्टिफ‍िकेट बनवाकर ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर कोटे से यूपीएससी सिविल सर्विसेज का एग्‍जाम पास किया, जबकि पूजा के नाम पर 17 से 20 करोड़ की प्रापर्टी होने का खुलासा हुआ है बता दें कि नॉन क्रीमी लेयर का लाभ वही उम्‍मीदवार ले सकते हैं, जिनके परिवार की सलाना आमदनी 8 लाख रुपये से कम हो.

नहीं कराया एम्‍स में टेस्‍ट
पूजा खेडकर पर एक आरोप यह भी है कि उन्‍होंने यूपीएससी के कहने के बाद भी एम्‍स में अपनी जांच नहीं कराई. यूपीएससी की ओर से 22 अप्रैल 2022 को पूजा से एम्‍स में टेस्‍ट कराने को कहा गया था, लेकिन पूजा ने कोरोना का बहाना बनाते हुए जाने से इनकार कर दिया. 26 मई को दोबारा मौका दिया गया उसके बाद भी वह नहीं गईं. इसके बाद एक जुलाई 26 अगस्‍त 2 सितंबर और 25 नवंबर 2022 को भी पूजा को एम्‍स जाकर टेस्‍ट कराने को कहा गया, लेकिन वह गई ही नहीं और पूजा ने एक प्राइवेट अस्‍पताल का मेडिकल सर्टिफ‍िकेट बनवाकर यूपीएससी को दे दिया.

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