मोहम्मद शमी आज बंगाल रणजी टीम की ओर से उतरेंगे मैदान में, मध्य प्रदेश से होगा सामना
देश के तेज गेंदबाजों में शुमार मोहम्मद शमी एक साल के बाद वापस क्रिकेट मैदान पर वापसी करने जा रहे हैं। रणजी ट्राफी मैच में वे आज बंगाल टीम की ओर से मैदान में उतरेंगे। उन्हें यहा अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। इंदौर के होलकर स्टेडियम में होने वाले मैच में बंगाल का मुकाबला मध्य प्रदेश से है।
इंदौर(Mohammad Shami)। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी करीब एक साल के अंतराल के बाद मैदान में वापसी करने जा रहे है। शमी को बंगाल की रणजी टीम में शामिल किया गया है। इंदौर के होलकर स्टेडियम में बंगाल बुधवार से शुरू होने वाले रणजी मैच में मध्य प्रदेश का सामना करेगी। शमी ने पिछला मैच गत वर्ष विश्व कप फाइनल में खेला था।
मप्र को बंगाल के खिलाफ जीत की ‘मिष्ठी दोई’ की आस
मेजबान मध्य प्रदेश और बंगाल के बीच रणजी ट्राफी एलीट समूह-सी का महत्वपूर्ण मुकाबला आज से होलकर स्टेडियम में खेला जाएगा। मध्य प्रदेश की टीम 10 अंकों के साथ तालिका में तीसरे जबकि बंगाल की टीम आठ अंक के साथ पांचवें स्थान पर है। मेजबान मप्र की टीम अपनी घरेलू परिस्थितियों के बीच बंगाल के खिलाफ जीत की ‘मिष्टी दोई’ की आस में मैदान संभालेगी।
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस मैच के लिए बंगाल टीम में शामिल किए गए हैं। वे करीब एक साल बाद क्रिकेट मैदान में वापसी करेंगे। उनकी उपस्थिति से बंगाल का गेंदबाजी आक्रमण मजबूत होगा। गत वर्ष विश्व कप के बाद शमी मैदान से दूर हैं। टखने की चोट के कारण उन्हें ब्रेक लेना पड़ा और मार्च में उनके दाएं पैर का आपरेशन भी हुआ था।
रणजी में फिटनेस साबित करना होगा
पिछले करीब छह माह से वे बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजर रहे थे। यदि शमी ने रणजी मैच में अपनी फिटनेस साबित की तो वे बार्डर-गावस्कर ट्राफी के लिए भारतीय टीम में शामिल किए जा सकते हैं।
दूसरी ओर मध्य प्रदेश को अपने अंतरराष्ट्रीय तेज गेंदबाज आवेश खान की सेवाएं नहीं मिल सकेंगी, जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टी-20 टीम में शामिल हैं। मध्य प्रदेश टीम का वर्तमान सत्र में प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा।
पहला मैच हारने के बाद तीन मैच टीम ने ड्रा खेले जबकि पिछले मैच में कमजोर बिहार टीम के खिलाफ जीत हासिल की। बिहार के खिलाफ पारी और 108 रनों की जीत से मप्र का मनोबल बढ़ा होगा। कप्तान शुभम शर्मा ने दोहरा शतक लगाया था जबकि वेंकटेश अय्यर ने भी शतकीय पारी खेली थी।
फैसलों पर सवाल
अन्य बल्लेबाजों ने भी छोटे-छोटे योगदान दिए थे। इन सबके बीच शुभ्रांशु सेनापति के बल्ले की खामोशी टीम प्रबंधन के फैसले पर सवाल खड़े कर रही है। पिछले चार मैचों में ओडिशा से बुलाए गए इस बल्लेबाज ने एक भी उल्लेखनीय पारी नहीं खेली है। इसके बावजूद लगातार मौके मिल रहे हैं। बंगाल के खिलाफ भी सेनापति के चयन पर सभी की निगाह रहेगी।
मैच लाल मिट्टी के पिच पर होगा। स्पोर्टिंग विकेट तैयार किया गया है जिस पर गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों को मदद मिलेगी। ऐसे में गेंद और बल्ले के बीच बेहतर मुकाबला देखने को मिल सकता है। शुरुआती दो दिन यहां बल्लेबाज फायदे में रहेंगे, तीसरे दिन से गेंद टर्न लेना शुरू करेगी। हालांकि पहले सत्र में पारंपरिक रूप से तेज गेंदबाज दबदबा बनाएंगे।
आवेश की कमी खलेगी
मध्य प्रदेश टीम को तेज गेंदबाज आवेश खान की कमी खलेगी। आवेश को भारतीय टीम में शामिल किया गया है, जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में हिस्सा ले रही है। आवेश का अनुभव मप्र के आक्रमण की धार बढ़ाता है। उनकी अनुपस्थिति में कुलवंत खेजरोलिया पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी।
बंगाल को लय में लौटने का इंतजार
दूसरी ओर बंगाल की टीम का वर्तमान सत्र में प्रदर्शन फीका रहा है। अब तक खेले पांच मैचों में से बंगाल ने भी एक ही जीत हासिल की है और वह भी बिहार के ही खिलाफ। टीम के कई मैच वर्षा से प्रभावित रहे हैं। टीम में कई अच्छे खिलाड़ी मौजूद हैं, जिनके सहारे बंगाल की टीम मैच में दबदबा बनाने का प्रयास करेगी।